नवजात शिशु को गाय का दूध पिलाना चाहिए या नहीं?  | Cow Milk For Babies

नवजात शिशु के लिए अलग-अलग पोषक तत्व की आवश्यकता होती है। नवजात शिशु का इम्यून रस्टम बहुत ही कमजोर होता है तथा नई चीज को बचाने में शिशु के नए शरीर को दिक्कत आती है। इस कारण शिशु को खिलाई पिलाई जाने वाली हर चीज का बहुत सतर्कता से ध्यान रखना चाहिए जिससे शिशु को किसी भी खाद्य पदार्थ को पचाने में दिक्कत ना आए।

नवजात शिशु के लिए सबसे अधिक लाभकारी मां का दूध होता है क्योंकि मां के दूध में एंटीबॉडी होती हैं जो बच्चे के इम्यून सिस्टम को बहुत मजबूत बनाती हैं एवं उसे रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करती हैं। कुछ माँ ऐसी होती हैं जो अपने नवजात शिशु को अपना दूध नहीं पिलाती इस कारण उनका शिशु कमजोर पड़ जाता है। कुछ घरो में बच्चे की भूख पूरी करने के लिए गाय का दूध पिलाया जाता है कहा जाता है कि गाय का दूध हल्का होता है एवं यह जरूरी पोषक तत्व प्रदान करता है।

इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको यह बताने का प्रयास करेंगे कि नवजात शिशु के लिए गाय का दूध कितना लाभकारी है यह बच्चे को पिलाना चाहिए या नहीं ,बच्चे को कितनी मात्रा में दूध पिलाना चाहिए आदि जानकारी हम आपको प्रदान करेंगे। यदि आप इसके विषय में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप हमारे आर्टिकल को पूरा पढ़ें

नवजात शिशु को गाय का दूध पिलाना चाहिए या नहीं? |Shishu Ko Gaay Ka Doodh Pilana chaahiye Ya Nahi

नवजात शिशु का इम्यून सिस्टम बहुत कमजोर होता है तथा नई नई चीजों को को ग्रहण करने में शिशु को दिक्कत हो सकती है इस कारण डॉक्टरों का सुझाव यही होता है कि शिशु को हमेशा मां का दूध ही पिलाना चाहिए। American Academy of pediatrics के अनुसार बच्चे को एक साल तक मां के दूध के अलावा किसी अन्य प्रकार का दूध नहीं पिलाना चाहिए या बच्चे के लिए नुकसानदायक हो सकता है गाय के दूध में अधिक मात्रा में प्रोटीन, विटामिन ,सोडियम, पोटैशियम होते हैं। इनको पचाना बच्चे के पाचन तंत्र के लिए मुश्किल साबित हो सकता है तथा वह बीमार पड़ सकता है।

नवजात शिशु को गाय का दूध पिलाना चाहिए या नहीं  Cow Milk For Babies

बच्चे के शुरुआती शारीरिक विकास के लिए कुछ जरूरी पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। यह पोषक तत्व मां के दूध में पाए जाते हैं यदि यह पोषक तत्व बच्चे को नहीं मिले तो बच्चे का विकास एवं उसका स्वास्थ्य खराब पड़ सकता है जरूरी पोषक तत्व क्यों केवल मां के दूध से प्राप्त हो सकते हैं वह विटामिन -ई आयरन और फैटी एसिड है। गाय के दूध में आयरन नहीं पाया जाता परंतु नवजात शिशु को आयरन की बहुत ज्यादा आवश्यकता होती है।

आयरन मां के दूध में या आयरन युक्त फॉर्मूला मिल्क नहीं पाया जाता है यदि बच्चे को सही मात्रा में आयरन नहीं प्राप्त होता तो उसे एनीमिया जैसी खून की कमी वाले रोग हो सकते हैं इस कारण नवजात शिशु के लिए मां का दूध सबसे बेहतरीन है।

आप किस उम्र से अपने बच्चे को गाय का दूध देना शुरू कर सकती हैं?(At which age cow milk for babies is suitable)

बच्चे को 1 साल तक मां का दूध ही पिलाना चाहिए मां के दूध के अलावा किसी अन्य प्रकार का दूध बच्चे के लिए पिलाना बच्चे के स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं होता। परंतु 1 वर्ष के पश्चात बच्चे को फुल फैट वाला गाय का दूध पिलाया जा सकता है। फुल फैट वाले गाय के दूध से बच्चे के दिमाग को विकसित करने में सहायता मिलती है।

1 साल की उम्र में बच्चे का दिमाग तेजी से विकसित होता है तथा उसे जरूरी पोषक तत्व प्रदान करना आवश्यक होता है। जब बच्चा 2 साल का हो जाए और यदि उसका वजन ज्यादा हो तो उसे बिना पेट का गाय का दूध पिलाना चाहिए परंतु यदि बच्चे का वजन कम है तो उसे फुल फैट गाय का दूध पिला सकते हैं। फुल सैट गाय का दूध 3 साल तक पिलाया जा सकता है। यह सारी जानकारी American Academy of paediatrics के द्वारा खोजी गई है।

बच्चे को गाय का दूध कैसे पिलाएं? (How to feed cow milk for babies)

शिशु को यदि 1 साल तक मां का दूध पिलाया गया है एवं किसी भी अन्य प्रकार के दूध का सेवन नहीं कराया है। तो शुरुआत में शिशु को गाय का दूध पीने में दिक्कत होगी या तो बच्चा खुद ही दूध पीने में कतरा आएगा। या बच्चे का पाचन तंत्र शुरुआत में गाय का दूध बचाने में दिक्कत करेगा इसलिए बच्चे को गाय का दूध पिलाने की शुरुआत निम्न तरीकों से करनी चाहिए।

  • जब बच्चे को गाय के दूध की शुरुआत करनी चाहिए तो दिन में एक बार उसे थोड़ा सा दूध पिलाना चाहिए।
  • शिशु को रंग बिरंगे तथा चमकदार चमचों के माध्यम से गाय का दूध पिलाने का प्रयास करना। रंग बिरंगे बर्तन शिशु को आकर्षित करते हैं।
  • जब शिशु को गाय का दूध पसंद आने लगे तब धीरे-धीरे करके शिशु को गाय का दूध पिलाना चाहिए।
  • दूध के अलावा यदि आपने बच्चे को किसी प्रकार प्रकार के पोषक तत्व देना शुरू कर दिया है या आपने उस बच्चे को ड्राई फ्रूट देना शुरू कर दिया है तो ड्राई फ्रूट का पाउडर बनाकर बच्चे के दूध में मिलाकर उसे पिला सकते हैं।
  • दूध में मिलाकर दिया जाने वाला कंप्लेन हॉर्लिक्स आदि पोषक तत्वों से परिपूर्ण पाउडर को दूध में मिलाने लाभकारी होता है परंतु हमेशा बच्चे को प्ले वर्ड दूध ही नहीं देना चाहिए कभी-कभी बच्चे को सादा दूध पिलाना चाहिए जिससे बच्चे को फ्लेवर दूध पीने की आदत ना लगे एवं वह सादा दूध पी सके।

बच्चों के लिए गाय के दूध के स्वास्थ्य लाभ (Benefits of cow milk on health)

गाय का दूध पाचन के लिए बहुत हल्का होता है किसी भी कमजोर पाचन तंत्र को गाय के दूध को पचाने में कोई दुविधा नहीं होती गाय के दूध में विभिन्न पोषक तत्व पाए जाते हैं जो निम्न बिंदुओं के माध्यम से हमने आपको समझाने का प्रयास किया है।

हड्डियों का विकास (Development of Bones)

गाय के उबले हुए दूध में तथा मॉडिफाइड मिक्स दूध में विटामिन तथा कैल्शियम पाया जाता है। कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाता है तथा शरीर के ढांचे को विकसित करता हैं। कैल्शियम शरीर के भीतर विभिन्न तरीके के पोषण में मदद करती है। यदि शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाती है तो हड्डियां ठीक प्रकार से विकसित नहीं हो पाती इसलिए बच्चों के लिए गाय का दूध बहुत ही लाभकारी है।

मस्तिष्क विकास (Brain development)

गाय का दूध मस्तिष्क के विकास में भी सहायक होता है। बच्चे का दिमाग शुरुआत के दो 3 सालों तक सबसे अधिक विकसित होता है। यदि इस समय में बच्चे को संतुलित पोषक तत्व प्रदान कर दिए जाएं तो बच्चा दिमाग से बहुत अधिक स्वस्थ रहता है गाय के दूध में फैट पाया जाता है जो मस्तिष्क को स्वस्थ एवं तेज बनाता है इससे बच्चे में समझ सकती विकसित होती है।

संपूर्ण विकास (whole body development)

गाय के दूध में सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। जैसे प्रोटीन फैट विटामिन मिनरल्स आदि जो शरीर के विकास में तथा दिमाग के विकास में बहुत अधिक सहायक होते हैं। गाय के दूध में मौजूद पोषक तत्व शरीर का संपूर्ण विकास करते हैं। एवं बच्चे के शरीर को संतुलित मात्रा में पोषण प्रदान करते हैं गाय का दूध बच्चे को कुपोषण जैसी बीमारियों से बचाता है।

ऊर्जा का स्रोत (source of energy)

गाय के दूध में लैपटॉप पाया जाता है लेक्टोज एक प्रकार का शुगर होता है। जो शरीर में ऊर्जा प्रदान करने में सहायक होता है। शरीर में उर्जा रहने से शरीर फुर्तीला होता है तथा शरीर के विकास के लिए सहायक होता है। फुर्तीला शरीर मजबूत बनता है एवं शरीर के भीतर के अंग भी अच्छे प्रकार से कार्य करते हैं। इस कारण शरीर को विकसित करने में गाय के दूध का बहुत अहम योगदान है डॉक्टर भी अधिकतर बच्चे को गाय का दूध पिलाने की सलाह देते हैं।

बच्चे को प्रतिदिन कितना गाय का दूध देना चाहिए? (Amount of milk good for Baby)

बच्चे को कितनी मात्रा में गाय का दूध देना चाहिए यह बच्चे की उम्र पर निर्भर करता है। जिस प्रकार से बच्चे की उम्र होगी उसी प्रकार से बच्चे की भूख होगी तथा उतनी ही मात्रा में गाय का दूध बच्चे को प्रदान करना चाहिए। नीचे हमने आपको किस बच्चे को कितना दूध दे सकते हैं इसके विषय में जानकारी प्रदान की है।

  • 1 साल के बच्चे को पूरे दिन में एक कप दूध थोड़ा-थोड़ा करके पिलाना चाहिए बच्चे को कभी भी अधिक दूध एक साथ नहीं पिलाना चाहिए इससे बच्चे को दूध पचाने में दिक्कत आ सकती है।
  • 2 से 3 साल के बच्चे के लिए दो कप दूध लगभग (480 मिलीलीटर )र्याप्तता  हो जाता है।
  • 4 से 8 साल के बच्चे के लिए गाय का दूध पिलाना चाहिए ढाई कप दूध लगभग 600 मिलीलीटर होता है । 2:30 कब दूध को बच्चे को एक साथ नहीं पिलाना चाहिए एक-एक कप करके बच्चे को दूध पिलाना चाहिए जिससे बच्चे को पचाने में कोई दिक्कत ना आए।

बच्चों के लिए गाय के दूध के नुकसान (Harmful effects of Milk)

हर व्यक्ति के शरीर में अगर किसी चीज के कुछ फायदे हैं। तो साथ ही साथ उस चीज के कुछ नुकसान भी हैं जरूरी नहीं है। कि हर चीज हर व्यक्ति को सूट करें इस कारण शुरुआत में किसी नई चीज को इस्तेमाल करने से पहले उसका प्रयोग करना बहुत आवश्यक है कि वह चीज व्यक्ति के शरीर को कहीं नुकसान तो नहीं दे रही।

दूध में लैक्टोज नाम का प्रोटीन पाया जाता है इस प्रोटीन से बहुत सारे बच्चों को एलर्जी होती है। इस कारण गाय को दूध को बच्चे को पिलाने से पहले यह पता कर लेना चाहिए कि बच्चे को गाय के दूध से एलर्जी तो नहीं है। एलर्जी के कारण विभिन्न प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं

  • पेट में दर्द और अकड़न
  • उल्टी और मतली
  • डायरिया
  • आंत में रक्तस्त्राव, जो एनीमिया का कारण बन सकता है।

गाय के बिना उबले दूध को कभी भी बच्चे को नहीं पिलाना चाहिए। गाय का बिना उबला दूध बच्चे को नुकसान दे हो सकता है। गाय के बिना उबले दूध में बैक्टीरिया तथा वायरस पाए जाते हैं। यदि बच्चे को कच्चा दूध पिलाया जाता है तो यह व्यक्ति या वायरस इस बच्चे के शरीर के अंदर पहुंच जाते हैं और विभिन्न बीमारियां पैदा करने लगते हैं गाय के दूध को उबालने से यह सूक्ष्मजीव मर जाते हैं एवं दूध एकदम स्वस्थ हो जाता है। इस कारण पहले गाय के दूध को वाला चाहिए इसके पश्चात ही बच्चों को इसका सेवन कराना चाहिए।

अगर आपका बच्चा गाय का दूध पीने से इनकार करता है तो क्या करें?

बड़े बच्चे तो अक्सर दूध को पीने में आनाकानी करते हैं परंतु छोटे शिशु का सबसे पहला आहार दूध ही होता है यदि बच्चा गाय के दूध को पीना नहीं चाह रहा या उससे गाय के दूध पीने में कोई दिक्कत आ रही है तो सबसे पहले आप उसके दूध ना पीने का कारण जाने। यदि बच्चे के पेट में किसी प्रकार की सूजन किसी प्रकार का दर्द या उल्टी आना  जैसी दिक्कतें हैं। तो बच्चे को तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेकर इलाज कराना चाहिए तथा गाय का दूध देने से बच्चे को बचना चाहिए।

 यदि किसी अन्य प्रकार की चीज भी बच्चा पचा नहीं पा रहा है तो lactose intolerance की जांच करानी चाहिए जिससे इस बात का पता चलता है कि बच्चे को किसी भी चीज को बचाने में दिक्कत क्यों आ रही है। यह जांच यह स्पष्ट कर देगी कि बच्चा किन चीजों को बता सकता है। एवं पचाने के लिए उसे किस किस प्रकार की दवाएं दी जा सकते हैं। यदि बच्चा स्वार्थ के कारण गाय के दूध को नहीं पीना चाहता तो निम्न विधियों के द्वारा उसके स्वाद को बढ़ाया जा सकता है

  • कभी भी बच्चे को ठंडा दूध नहीं पिलाना चाहिए ठंडे दूध से बच्चे को सर्दी भी लग सकती है तथा ठंडा दूध पीने में स्वादिष्ट नहीं लगता। इस कारण बच्चे को दूध पिलाने से पहले उसे हल्का गुनगुना कर लेना चाहिए जिससे बच्चा उसे पीने में आनाकानी ना करें।
  • यदि बच्चे को दूध स्वादिष्ट नहीं लग रहा है तो विभिन्न तरीके के फ्रूट जैसे केला या शेर काटकर दूध में मिला लेना चाहिए और एक प्रकार का कस्टर्ड तैयार कर लेना चाहिए। यह कस्टर्ड स्वादिष्ट होता है तथा इसे ही बच्चे को पिलाना चाहिए किसी भी तरीके के अन्य फ्लेवर मिलाने से पहले पीडियाट्रिशियन (pediatrician)से परामर्श अवश्य लेना चाहिए क्योंकि फ्लेवर में विभिन्न तरीके के सामान मिलाए जाते हैं। जो शरीर के लिए हानिकारक भी हो सकते हैं।
  • बच्चे को दूध पिलाने के लिए रंग-बिरंगे बर्तनों का उपयोग करें तथा ऐसे बर्तनों का उपयोग करें। जिसमें किसी प्रकार की आकृति बनी हो और जो बच्चे को आकर्षित करें जिससे बच्चा उन बर्तनों से खेल भी पाए तथा उसे दूध पीने में कोई दिक्कत थी ना आए।
  • दूध पिलाने के बाद बच्चे को विभिन्न तरीके के प्रोत्साहन देने चाहिए उसे शाबाशी देनी चाहिए तथा इनाम भी देना चाहिए। जिससे बच्चा अगली बार दूध पीने से ना कतराए एवं उसे शाबाशी लेने की चाहत रहे परंतु यह ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे को इनाम की आदत नहीं लगनी चाहिए क्योंकि इनाम की आदत एक बुरी लत होती है।
  • बच्चों को यह समझाना चाहिए कि दूध के कितने फायदे हैं। दूध से किस प्रकार से हमारा शरीर हष्ट पुष्ट तथा मजबूत होता है बच्चे को यह बताना चाहिए कि यदि वह दूध नहीं पिएंगे तो वह किस प्रकार से अपने शरीर को नुकसान पहुंचाएंगे
  • यदि बच्चा दूध को खत्म करता है तो बच्चे की तारीफ अवश्य करनी चाहिए।
  • दूध में ड्राई फ्रूट्स मिलाकर भी दूध को स्वादिष्ट बनाया जा सकता है इस कारण बच्चे को प्राकृतिक रूप से ताकतवर बनाने के लिए तथा दूध को स्वादिष्ट बनाने के लिए ड्राई फ्रूट्स का इस्तेमाल करना चाहिए।

शिशु को गाय का वसा युक्त (फुल क्रीम) दूध देना चाहिए या फिर मलाई रहित (टोंड) दूध?(Full cream or toad milk is good for babies)

दूध दो प्रकार के हो जाते हैं एक प्रकार का दूध होता है। जिसमें पेट पाया जाता है तथा एक प्रकार का दूध है होता है। जिसमें से सारी पेट निकाली जाती है इस प्रकार के दूध को टोंड मिल्क कहते हैं 1 से 2 साल के बच्चों के लिए फैट युक्त दूध देना चाहिए। फैट के माध्यम से बच्चे के दिमाग का विकास ठीक प्रकार से हो पाता है।

जिसकी चर्चा हमने ऊपर आर्टिकल में भी की है 2 साल के बाद भी बच्चे को फैट युक्त दूध दिया जा सकता है बच्चे को फैट या बिना फैट का दूध देने का निर्णय इस बात से करना चाहिए कि बच्चे का वजन कैसा है यदि बच्चे का वजन अपनी उम्र के हिसाब से ज्यादा है तो बच्चे को टोंड मिल्क देना चाहिए। यदि बच्चे का वजन अपनी उम्र के हिसाब से ठीक है तो उसे हमेशा फैट युक्त दूध देना चाहिए। यदि बच्चे को कोई शारीरिक समस्या पहले से है तो डॉक्टर से परामर्श लेने के बाद ही बच्चे को गाय का दूध देना ठीक होगा।

निष्कर्ष

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको नवजात शिशु को गाय का दूध पिलाना चाहिए या नहीं इस विषय में जानकारी प्रदान की है। यदि आपके घर में भी कोई छोटा शिशु है जिसके विषय में आपको जानकारी चाहिए तो यह आर्टिकल आप ही के लिए है इसमें हमने आपको बताया है कि गाय के दूध के क्या फायदे हैं क्या नुकसान है कितनी मात्रा में से दिया जा सकता है तथा किस प्रकार का दूध बच्चे के लिए ठीक होगा।

यदि इस आर्टिकल के विषय में आपको और कोई जानकारी चाहिए तो आप नीचे दिए हुए कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं हमें आपका उत्तर देने में आभार व्यक्त होगा हमारा आर्टिकल पढ़ने के लिए धन्यवाद।

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