बुखार के बिना बच्चे का सिर गर्म क्यों रहता है? | Baby’s Head Hot, But No Fever

छोटे बच्चों का शरीर बहुत नाजुक होता है उन्हे जल्दी ही बीमारी लगने लगती है। शिशुओं को खास देखभाल की जरूरत होती है जिससे उन्हें स्वस्थ रखा जा सकता है। कई बच्चों का शरीर हर समय गर्म रहता है जिस कारण माता-पिता को यह चिंता रहती है की कहीं उनके बच्चे को बुखार तो नहीं है परंतु शिशुओं में बुखार के बिना ही बच्चों का सिर गर्म रहता है। (Bina fever sir garam hona in kids)

इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको यह जानकारी देंगे कि बुखार के बिना बच्चे का सिर गर्म क्यों रहता है। (Sisu ka sir garam rehane ka karan) यदि आप भी इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े।

बुखार के बिना भी छोटे बच्चे का सिर गर्म क्यों रहता है?

 बुखार के बिना भी छोटे बच्चों का सिर गर्म रहता है इसके कई कारण है। (Sir garam rehne ke karan) जिन्हें नीचे पॉइंट के माध्यम से स्पष्ट किया गया है।

बुखार के बिना बच्चे का सिर गर्म क्यों रहता है Baby’s Head Hot, But No Fever

गर्म वातावरण

गर्म वातावरण के कारण भी बच्चों का सिर गर्म रह सकता है गर्मियों के मौसम में अधिक गर्मी और उमस के कारण शरीर का तापमान बढ़ जाता है और जिसके कारण बच्चों का सिर गर्म रहता है। इसलिए गर्मी के दिनों में बिना बुखार के भी बच्चों का सिर गर्म होने की समस्या हो सकती है।

कमरे का गर्म तापमान

सर्दियों में कमरे का तापमान बढ़ाने के लिए रूम हीटर का प्रयोग किया जाता है। रूम हीटर कमरे के तापमान को बढ़ा देता है जिसके कारण बच्चे का सिर गरम होने की समस्या हो सकती है। अधिक गर्मी से शरीर का तापमान बढ़ने के कारण बच्चे का सिर बिना बुखार के भी गरम हो सकता है।

गर्म कपड़े

बच्चे को गर्म कपड़े पहनाने के कारण भी बच्चे के शरीर का तापमान बढ़ता है और उसका सिर गर्म होता है। गर्म कपड़े पहनाने से बच्चे का शरीर का तापमान सामान्य से अधिक बढ़ जाता है।

 बिना बुखार के उसका सिर गर्म प्रतीत होता है। बच्चे को गर्म कपड़े सर्दी के हिसाब से पहनाने चाहिए अभी कपड़ों को पहनाना बच्चों पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।

गर्म आहार

गरमा शरीर में गर्मी की मात्रा बढ़ाता है। बच्चे के शरीर का गर्म होने का एक कारण बच्चे का गर्म आहार भी हो सकता है। सीबीआई की रिपोर्ट के अनुसार बिना बुखार के बच्चे का सिर गर्म होना गर्म आहार का एक कारण भी हो सकता है इसलिए बच्चे को गर्म आहार नहीं देना चाहिए। इससे बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है।

मां की त्वचा से संपर्क होना

मां के स्तनपान कराने के दौरान जब शिशु माता के संपर्क में आता है तो माता के शरीर का तापमान शिशु के शरीर तक पहुंचता है। जिसके कारण भी शिशु का सिर गर्म होने की समस्या हो सकती इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि मां की त्वचा के संपर्क में आने से बच्चे का सिर गर्म होता है।

शारीरिक गतिविधि

अधिक मेहनत की शारीरिक गतिविधि करने के कारण भी शरीर का तापमान बढ़ सकता है। शारीरिक गतिविधि के दौरान रिएक्टिव ऑक्सीजन स्पिसिन का स्तर पड़ता है और बच्चे का सिर गर्म होता है।

 एनसीबीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार व्यायाम करने से शरीर में गर्मी का स्तर बढ़ता है और शरीर गर्म बढ़ जाता है। जिसके कारण भी बच्चे का सिर गर्म होने की समस्या हो सकती है।

शिशु को अधिक कपड़े पहनाना

शिशु को कपड़े पहनाने के कारण शिशु के शरीर का तापमान बढ़ सकता है और उसका सिर गर्म हो जाता है। अधिक कपड़े पहनाने से शरीर के अंदर की गर्मी बाहर नहीं निकल पाते। और शरीर का तापमान बढ़ जाता है। तापमान बढ़ने पर बिना बुखार के भी शरीर बुखार में प्रतीत होता है इसलिए बच्चों को अधिक कपड़े नहीं पहनाने चाहिए।

दांत आना

बच्चों के दांत निकलने के कारण बच्चों के शरीर में बहुत अधिक बदलाव होते हैं। दांत निकलने के कारण बच्चे के शरीर का तापमान भी बढ़ सकता है। बच्चे की तीथिंग की समस्या होने पर बच्चे के शरीर का तापमान सामान्य से बड़ा रहता है।

दवाएं

दबाए विभिन्न तंत्रों के जरिए शरीर के मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करते हैं। अधिक दवाई लेने से थर्मोरेगुलेशन पटेरिया यानी शरीर के तापमान की प्रक्रिया बढ़ जाती है। अगर बच्चा अधिक दवाई ले रहा है तो बिना बुखार के भी उसका शरीर गर्म हो सकता है।

बच्चे का तनाव लेना

तनाव लेने से बच्चों के शरीर में बायोकेमिकल से जल जाते हैं केमिकल चेंज के कारण भी बच्चे के शरीर का तापमान बढ़ सकता है। छोटे बच्चे अधिकतर अपनों से बिछड़ने के कारण परेशान होने लगते हैं।

 माता-पिता या परिवार से दूरी के कारण वह तनाव में आने लगते हैं जिसके कारण उनका बायोकेमिकल स्तर बिगड़ने लगता है। और बच्चों के शरीर का तापमान बढ़ने लगता है। कारण बच्चे के सिर गर्म होने की समस्या होती है।

शिशु का सिर बुखार के बिना ही गर्म हो तो क्या करें?

यदि शिशु का सिर गर्म है तो सबसे पहले यीशु का थर्मामीटर से तापमान नापना चाहिए। (sir garam rehna ke karan) यदि शिशु के शरीर का तापमान 100 डिग्री फारेनहाइट या 38 डिग्री सेल्सियस है तो शिशु को बुखार हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर से परामर्श लेकर इलाज कराना चाहिए।

यदि थर्मामीटर से नापने के पश्चात तापमान सामान्य है और बुखार के बिना ही शिशु का सिर गर्म है। इसके लिए नीचे पॉइंट में कुछ उपाय दिए गए हैं जिनको करके शिशु को सामान्य किया जा सकता है।

  • मौसम के तापमान के हिसाब से ही बच्चे को कपड़े पहनाये। यदि मौसम ठंडा है जो बच्चे को गर्म कपड़े पहनाने चाहिए। यदि मौसम गर्म है तो बच्चे को पतले कॉटन के हवादार कपड़े पहनाने चाहिए।
  • शिशु को हमेशा हवादार और आरामदायक कपड़े पहनाने चाहिए जिससे बच्चे के शरीर में हवा पास होती रहे ।
  • पॉलिस्टर फाइबर  या अधिक मोटे कपड़े शिशु को नहीं पहनाने चाहिए। ऐसे कपड़े शरीर के तापमान में वृद्धि करते हैं क्योंकि यह सूर्य की किरणों को अवशोषित करते हैं और शरीर में लॉक कर देते हैं।
  • शिशु को स्तनपान के दौरान उसे पूरी तरीके से नहीं ढकना चाहिए माताओं को स्तनपान कराने का सही तरीका पता होना चाहिए। इससे शिशु के शरीर का तापमान कुछ हद तक कम करने में मदद मिलेगी।
  • स्तनपान के दौरान शिशु की स्थिति को बदलते रहे।
  • शिशु के शरीर का तापमान सामान्य बना रहे इसके लिए अच्छे को चलाते समय या स्तनपान कराते समय हवादार कमरे का चुनाव करना चाहिए।

डॉक्टर से कब संपर्क करें

वैसे तो बिना बुखार के फिर गर्म होना एक सामान्य बात (Sir garam rehne par doctor ae sampark) है। परंतु यदि आपको कुछ गंभीर लक्षण दिखाई दे रहे हैं तब आप अवश्य डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।

 नीचे कुछ लक्षणों को स्पष्ट किया गया है जिन को पहचान कर आप डॉक्टर से तुरंत संपर्क कर सकते हैं।

  • बच्चे के शरीर का तापमान 38° सेल्सियस से अधिक होने पर
  • रोते समय बच्चे को आंसू न आना
  • पिछले 8 घंटों से शिशु ने पेशाब न किया हो
  • शिशु का तीन माह से छोटा होना
  • तापमान बढ़ने के साथ ही गले में खराश, कान दर्द, दस्त, मतली या उल्टी व खांसी होना
  • बुखार के साथ शिशु का चिड़चिड़ा होना या त्वचा के रंग में बदलाव नजर आना
  • बच्चे को सांस से जुड़ी समस्या होना पर। सांस संबंधी समस्या भी शरीर का तापमान बढ़ा सकती है
  • बच्चे में डिहाइड्रेशन के लक्षण के साथ ही बुखार और मुंह सूखना
  • हल्के कपड़े पहनने या अन्य बातों का ध्यान रखने के बाद भी बच्चे का सिर गर्म ही रहना
  • बच्चे को बहुत ज्यादा पसीना आना

टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ)

Q. बुखार में शिशु के शरीर का तापमान कितना होना चाहिए?

यदि शिशु के शरीर का तापमान 38 डिग्री सेल्सियस है तो यह मान लेना चाहिए कि सिसु को बुखार है।

Q. शिशु का  सिर बुखार ना होने पर भी क्यों गर्म रहता है?

तनाव लेने दाता आने, अधिक कपड़े पहनने, गरम आहार, शारीरिक गतिविधि, गर्म कपड़े, आदि के कारण भी बुखार ना होने पर शिशु का सिर गर्म प्रतीत होता है।

Q. शिशु का सिर गर्म होने पर क्या उपचार करना चाहिए?

शिशु को हवादार कपड़े पहनाने चाहिए शिशु को सूती वस्त्र का गाना चाहिए स्तनपान के दौरान पर्याप्त हवा का प्रबंध करना चाहिए ।

Q. शिशु का सिर गर्म होने पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए?

38 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान होने पर 8 घंटे से अधिक पेशाब ना आने पर पेट खराब होने जैसे लक्षण पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

निष्कर्ष :

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको बुखार के बिना बच्चे का सिर गर्म क्यों रहता है (Baby’s Head Hot, But No Fever) के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप नीचे दिए हो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।

हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की जाने वाली जानकारी बिल्कुल ठोस तथा सटीक होती है। यदि आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अवश्य शेयर करें। हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

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