PPF Rules Update: ब्याज दरों में बढ़ोतरी से पहले सरकार ने PPF नियमों में किया बदलाव, रहें अप्डेट, वर्ना हो सकता है बड़ा नुकसान

अगर आप भी छोटी बचत योजनाओं जैसे पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना या एनपीएस आदि में निवेश करते हैं तो आपको सरकार द्वारा समय-समय पर किए गए बदलावों की जानकारी से अप्डेट होना जरूरी रहता है.

कम राशि से कर सकते हैं शुरुआत यहां आप कम पैसे से शुरुआत कर सकते हैं और एक साल में डेढ़ लाख रुपए तक जमा कर सकते हैं. यहां आपका पैसा पूरी तरह से सुरक्षित है

पैसा हर महीने सिर्फ एक बार जमा किया जाएगा पीपीएफ खाते में 50 रुपये के गुणकों में निवेश जरूरी है. यह रकम सालाना कम से कम 500 रुपये या इससे ज्यादा होनी चाहिए.

लेकिन पीपीएफ खाते में आप पूरे वित्त वर्ष में 1.5 लाख तक जमा कर सकते हैं. इस पर ही आपको टैक्स छूट का लाभ मिलता है.

ब्याज दर में की गई थी कटौती आप पीपीएफ खाते में शेष राशि पर लोन भी ले सकते हैं. पिछले दिनों इस ब्याज दर को 2 फीसदी से घटाकर 1 फीसदी कर दिया गया है.

लोन की मूल राशि का भुगतान करने के बाद, आपको दो से अधिक किस्तों में ब्याज का भुगतान करना होगा. ब्याज की गणना हर महीने की पहली तारीख को की जाती है.

15 साल बाद भी सक्रिय रहेगा खाता 15 साल तक निवेश करने के बाद भी अगर आपकी निवेश में रुचि नहीं है तो आप बिना निवेश के अपना पीपीएफ खाता जारी रख सकते हैं. 15 साल पूरे होने के बाद इस खाते में पैसा जमा करना जरूरी नहीं है.

पीपीएफ खाता खोलने के लिए फॉर्म ए की जगह फॉर्म-1 जमा करना होता है. 15 साल बाद (जमा के साथ) पीपीएफ खाते को मैच्योरिटी से एक साल पहले बढ़ाने के लिए फॉर्म एच के बजाय फॉर्म-4 में आवेदन करना होगा.

पीपीएफ खाता खोलने के लिए फॉर्म ए की जगह फॉर्म-1 जमा करना होता है. 15 साल बाद (जमा के साथ) पीपीएफ खाते को मैच्योरिटी से एक साल पहले बढ़ाने के लिए फॉर्म एच के बजाय फॉर्म-4 में आवेदन करना होगा.