छोटे बच्चों को ड्राइंग बनाना कैसे सिखाएं? | बच्चों को ड्राइंग सिखाने के 5 तरीकें

आज के समय में बच्चों को पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ क्रिएटिव बनाना भी बहुत आवश्यक है जिससे बच्चा अपने दिमाग से चीजों को सीख सके उसमें हर चीज को जानने और समझने की चाहत हो और वह नई-नई चीजों का आविष्कार कर सके पढ़ाई के अलावा ऐसे बहुत सारे एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज का आयोजन स्कूल में कराया जाता है जो बच्चे की क्रिएटिविटी को दर्शाता है क्रिएटिविटी को दर्शाने का एक तरीका ड्राइंग भी है।

छोटे बच्चों को ड्राइंग बनाना कैसे सिखाया जा सकता है इसके विषय में इस आर्टिकल के माध्यम से जानकारी दी गई है यदि आप भी विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े।

बच्चों के जीवन में ड्राइंग का महत्व?

ड्राइंग के माध्यम से बच्चे अपने अंदर छुपे कौशलों को बहुत अच्छा प्रदर्शित कर पाते हैं यदि कॉलेज या स्कूल में किसी ड्राइंग कंपटीशन का आयोजन किया जाता है और बच्चे उसमें स्थान प्राप्त करते हैं तो बच्चे ड्राइंग करने के लिए और प्रोत्साहित होते हैं ड्राइंग करने से बच्चों के अंदर की कला बाहर आती है और बच्चे की क्रिएटिविटी नजर आती है बच्चों के सामर्थ्य के विषय में पता चलता है और उसे उसी हिसाब से उसे क्षेत्र में करियर बनाने के नए-नए अवसर प्रदान कराए जाते हैं इसलिए बच्चों को ड्राइंग करने के लिए आवश्यक प्रोत्साहित करना चाहिए।

छोटे बच्चों को ड्राइंग बनाना कैसे सिखाएं बच्चों को ड्राइंग सिखाने के 5 तरीकें

बच्चों को ड्राइंग बनाना कैसे सिखाएं?

बच्चे अपने मन से बहुत कोमल होते हैं उन्हें रंग बिरंगी चीज बहुत पसंद होती हैं वह किताबी ज्ञान से ज्यादा चित्रों को देखकर सीखते हैं और उन्हें अधिक देर तक वह चीज याद रहती हैं विभिन्न रंगों उन्हें आकर्षित करते हैं इसलिए बच्चों को ऐसी क्रियाएं करके ही पढ़ना चाहिए जिससे बच्चों के दिमाग पर अधिक जोर ना पड़े और वह चीजों को आसानी से याद कर पाए।

बच्चों को आम दिखाने के पश्चात उसे रंग और पेंसिल देकर आम का चित्र बनाने को कहें यदि बच्चा आम को पहचानता है तो वह आम के चित्र को उसकी तरह बनाने का प्रयास करेगा और आम की छवि बच्चों के दिमाग में अच्छी तरीके से बस जाएगी इस प्रकार हम बच्चे को ड्राइंग बनाना सिखा सकते हैं बच्चे को ड्राइंग सीखने के कुछ अन्य तरीके नीचे पॉइंट्स के माध्यम से स्पष्ट किए हैं।

बच्चों को ड्राइंग सिखाने के 5 तरीकें

1.सबसे पहले रेखाओं वाले चित्र बनाएं :

यदि आप एक अच्छे कलाकार बनना चाहते हैं तो आपको ड्राइंग के हर छोटे-छोटे पहेलियों का ध्यान रखना होगा और उनका ध्यान में रखकर ही आपको चित्र बनाने होंगे यदि आप ड्राइंग में बिल्कुल नहीं है तो सबसे पहले रेखाओं वाले चित्र बनाने जाएंगे रेखाओं का सही तरीके से माफ करने के पश्चात ही चित्र को आगे बढ़ना चाहिए इससे आप ड्राइंग की हर छोटी-छोटी बारीकी को समझ पाएंगे।

सीधी रेखाओं वाली चित्र जैसे की आयत, वर्ग, त्रिभुज इत्यादि है। यदि पहले आपको इस प्रकार के चित्र बनाने में कठिनाई हो तो धीरे-धीरे प्रेक्टिस करने के पश्चात आप रेखाओं वाले चित्र बना सकते हैं धीरे-धीरे प्रैक्टिस के साथ ही आपकी ड्राइंग बहुत अच्छी बना शुरू हो जाएगी।

2.चित्रों को नकल करें :

बच्चों को ड्राइंग सीखने के लिए चित्रों की नकल करवाना चाहिए बच्चों को एक चित्र देना चाहिए और वैसा ही चित्र अपनी कॉपी पर उतरने के लिए कहना चाहिए बच्चे एक दो बार चित्र को खराब बनाएगा परंतु प्रैक्टिस के साथ-साथ वह चित्र को बहुत सुंदर बनाना शुरू कर देगा इसके पश्चात आप चित्र को छुपा कर सही चित्र बनाने के लिए कहे यदि बच्चा वैसा ही चित्र बना पा रहा है तो इसका मतलब यह है कि उसे चित्रों की नकल करना आ गया है परंतु यदि वह ऐसा नहीं कर पा रहा है तो आपको उसे दोबारा दिखाकर चित्र बनवाने का प्रयास करना चाहिए।

3.फलों का चित्र बनाएँ :

बच्चे चित्रकला में बहुत माहिर होते हैं और सबसे पहला चित्र वह फल का बनना पसंद करते हैं फलों में सबसे सरल चित्र बनाने में आम का है आम सभी बच्चों ने देखा रहता है और आम का चित्र बनाने में किसी भी प्रकार की कठिनाई नहीं होती इसलिए सबसे पहले बच्चे को फल का चित्र बनवाना बच्चे चिड़िया फल कार्टून आदि चित्रों को बनाना बहुत पसंद करते हैं क्योंकि यह चीज उन्हें बहुत आकर्षक लगते हैं वह इन चीजों को बनाने के साथ-साथ उसे सीखने का प्रयास करते हैं और उनके दिमाग पर भी ज्यादा अधिक जोर नहीं पड़ता।

4.ड्राइंग में रंगों का है महत्त्वपूर्ण भुमिका :

एक सुंदर ड्राइंग बनाने के लिए सुंदर रंगों का भरना भी बहुत आवश्यक है इसलिए जिस प्रकार की ड्राइंग तैयार की गई है उसी हिसाब से रंगों को भी भरना चाहिए रंग बच्चों के दिमाग को आकर्षित करते हैं बच्चा ड्राइंग करने के लिए बार-बार प्रेरित होता है जिन बच्चों में ड्राइंग सीखने की ललाट होती है वह घर पर ही बिना किसी मदद के ड्राइंग को आसानी से सीख पाते हैं परंतु जिन बच्चों को ड्राइंग में दिलचस्पी नहीं है उन्हें ड्राइंग के विषय वस्तु को ध्यान में रखते हुए ड्राइंग में दिलचस्पी लेने चाहिए।

ड्राइंग में रंगों को भरने वाले लोगों को रंगों के विषय में पूरी तरीके से जानकारी होती है क्योंकि लिक्विड रंग एक दूसरे में मिलने के कारण मिक्स हो जाते हैं और वह कोई अन्य प्रकार का रंग देने लगते हैं इसलिए ड्राइंग में रंगों के बहुत अधिक महत्वपूर्ण भूमिका है और रंगों की जानकारी व्यक्ति को ही इसका संचालन करना चाहिए।

5.रचनात्मक(Creative) बने :

एक अच्छी चित्रकार बिना रचनात्मकता के नहीं बन सकती यदि बच्चा रचनात्मक रूप से विकसित है तो वह एक बहुत सुंदर चित्रकारी का निर्माण कर सकता है बच्चा रचनात्मक है या नहीं इसके विषय में पता लगाने के लिए बच्चों को एक कॉपी पेन का प्रबंध करने चाहिए और उसके दिमाग में जिस भी प्रकार का चित्र आ रहा है.

उसे अपनी कॉपी पर उतरने के लिए कहना चाहिए बच्चों के दिमाग में बहुत सारे विचार आते हैं बच्चा जिस विचार को अपनी कॉपी पर उतरता है उससे हमें यह मालूम पड़ जाता है कि बच्चा रचनात्मक रूप से कितना विकसित है। एक अच्छे चित्रकार का या निशानी होती है कि वह कितनी तरह की अपने मन से सोचकर नए-नए चित्रों का निर्माण कर सकता है। इसके लिए अपने दिमाग को रचनात्मक तरीकों से सोचने के लिए प्रयास होना बहुत जरूरी है, जिनसे की एक अच्छे ड्राइंग बनाना सीख सके।

टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर

Q. बच्चों को ड्राइंग किस उम्र में सीखने चाहिए?

जब बच्चा 3 या 4 साल का होता है तब उसे ड्राइंग सीखने चाहिए।

Q. ड्राइंग से बच्चे का किस प्रकार विकास संभव है?

ड्राइंग करने से बच्चा क्रिएटिव बनता है और उसकी दिमागी विकास तेजी से होता है।

Q. छोटे बच्चों को ड्राइंग कैसे सीखना चाहिए?

आर्टिकल के माध्यम से आपको बहुत सारे तरीके बताए गए हैं जिससे आप अपने बच्चों को ड्राइंग आसानी से सीख सकते हैं।

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको छोटे बच्चों को छोटे बच्चों को ड्राइंग बनाना कैसे सिखाएं? | बच्चों को ड्राइंग सिखाने के 5 तरीकें के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप नीचे दिए हो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।

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