3 साल के बच्चों को गिनती कैसे सिखाएं? | Baccho ko counting kaise sikhaye

बच्चा जब पढ़ना शुरू करता है। हर स्तर के साथ-साथ उसकी पढ़ाई का स्तर भी बढ़ता चला जाता है शिक्षा बच्चों के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होती है। क्योंकि बिना शिक्षा के बच्चा अपने जीवन में ना तो आगे बढ़ पाता है और ना ही कोई नए मुकाम को हासिल कर पता है। बच्चों को पढ़ना की सबसे पहले सीधी गिनती अक्षर आदि हैं। 3 साल के बच्चे को गिनती कैसे सिखाई जाती है (Baccho ko counting kaise sikhaye) इसके विषय में अक्सर हमें जानकारी नहीं होती।

इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको 3 साल के बच्चों को गिनती सीखने के विषय (Baccho ko counting sikhane ke tarike)में जानकारी देंगे। यदि आप भी इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े।

बच्चों के जीवन में पढ़ाई का महत्व

बच्चों की शुरुआती जीवन में उन्हें (Bacho me education ki importance) हर छोटी-छोटी ज्ञान से संबंधित चीजों से अवगत कराना चाहिए। जिससे उन्हें अपने जीवन में हर कॉन्सेप्ट के विषय में अच्छी जानकारी हो और वह किसी भी चीज को समझने का प्रयास करें ना कि रटने का प्रयास करें।

3 साल के बच्चों को गिनती कैसे सिखाएं Baccho ko counting kaise sikhaye

बच्चों के अंदर ऐसी मेंटालिटी डेवलप करनी चाहिए जिससे बच्चा क्रिएटिव बने अधिक से अधिक चीजों को समझने का प्रयास करें। यदि बच्चा हर चीज को समझ कर पढ़ने का प्रयास करता है तो वह अपने जीवन में बहुत सारी ऊंचाइयों को हासिल कर सकता है।

पढ़ाई के माध्यम से वह अपने जीवन को बहुत अच्छा और सरल बना सकता है। इसलिए बचपन से ही बच्चे को जुझारू और मेहनती बनाना चाहिए मेहनती बच्चों की आदत उसके साथ उसके जीवन पर्यंत चलती रहती है।

छोटे बच्चों को गिनती कैसे सिखाएं

छोटे बच्चों को गिनती सीखने के लिए प्रयोग तरीकों का उपयोग करना (Baccho ko counting sikhane ke tarike) चाहिए प्रयोग तरीकों से बच्चे आसानी से गिनती सीख पाते हैं।

और वह दिमाग पर किसी भी प्रकार का प्रेशर नहीं लेते उदाहरण के लिए उसके आसपास राखी रंग-बिरंगे वस्तुओं को गिनकर ही बच्चे को गिनती सीखने का प्रयास करना चाहिए। या बच्चों से कहना चाहिए कि वह सामने रखी वस्तुओं की गिनती करें।

इसके अलावा कक्षा में उपस्थित छात्रों की गिनती करने के लिए भी आप किसी बच्चे को कह सकते हैं। बच्चे ऐसा करने पर कई बार गलत भी हो सकते हैं। आप बार-बार ऐसा करने के लिए बच्चों को प्रेरित करें।

बच्चों को गिनती सीखने के पांच आसान तरीका (Baccho ko counting sikhane ke tarike)

1234 सिखाएं :

बच्चों को गिनती सीखने की सबसे पहली सीढ़ी एक दो तीन चार है। शुरुआत में ऐसा जरूरी नहीं कि बच्चा बिल्कुल सही तरीके से इन गिनतियां को समझ पाए और उन्हें याद कर पाए.

 बच्चे को बार-बार अभ्यास के लिए प्रेरित करना चाहिए जिससे बच्चा आसानी से गिनती को सीख पाए। बार-बार अभ्यास करने से होने वाली गलतियों में कमी आती है। सबसे पहले गिनतियां को बच्चों को मौखिक ही सिखाएं इसके पश्चात उन्हें किसी और तरीके की गिनती सीखने का प्रयास करना चाहिए।

1 से 10 तक की गिनती सिखाएं :

सबसे पहले बच्चे को 1 से 10 तक की गिनती सिखाएं 1 से 10 तक की गिनती सीखने के दौरान बच्चे भर किसी भी प्रकार का दबाव नहीं डालना चाहिए।

किसी भी प्रकार का दबाव डालने से बच्चा गिनती सीखने में बाधा उत्पन्न हो सकती है। इसलिए खेल-खेल में बच्चों को 1 से 10 तक की गिनती सीखना चाहेंगे। शुरुआत में गिनती सीखने के समय बच्चा गलती भी कर सकता है।

परंतु उसकी गलतियों को सुधारने के लिए आपको बार-बार अभ्यास करना चाहिए। अभ्यास करने से गलतियां में सुधार आता है। यदि बच्चे को 1 से 10 तक की गिनती सीखने में किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है तो वह बहुत आसानी से गिनती सीख जाएगा।

संख्याओ को बोलना सिखाएं :

सबसे पहले गिनती सीखने के दौरान बच्चों को बोलना सीखना चाहिए। बार-बार गिनती को बोलने से बच्चे को गिनती आसानी से याद हो जाएगी। सबसे पहले बच्चे को लिखने के लिए दबाव नहीं बनना चाहिए।

उसे मौखिक रूप से बार-बार गिनती को रिपीट करने के लिए कहना चाहिए बच्चों को गिनती सीखने के और भी बहुत सारे तरीके हैं। जैसे कक्षा में उपस्थित सभी बच्चों को एक साथ गिनती बोलने के लिए कहें बच्चे एक साथ गिनती बोलते हैं तो एक दूसरे का सुनकर सभी बच्चों को गिनती याद हो जाती है।

इसके अलावा आप भी आगे आगे गिनती बोलकर बच्चों के लिए दोहराने के लिए कह सकते हैं इससे भी बच्चा गिनती सीखने के लिए बहुत प्रेरित होता है।

अंकों की पहचान कराएं

गिनती सीखने के लिए बच्चों को अंको की पहचान करना बहुत आवश्यक है। यदि बच्चे को अंक की पहचान नहीं होगी तो वह आगे गणित में अच्छा कार्य नहीं कर पाएगा इसलिए गिनती को याद करने के पश्चात बच्चों को विभिन्न अंक बोलकर बताना चाहिए।

और उन्हें लिखने के लिए कहना चाहिए यदि बच्चा अंको को ठीक प्रकार से लिख दे रहा है तो यह समझ जाना चाहिए कि बच्चों को अंको की पहचान है। यदि बच्चा अंक नहीं पहचान पा रहा है तो आपके बच्चे को अंक पहचान के लिए अधिक मेहनत करनी चाहिए।

बच्चों के अंक पहचान का टेस्ट लेने के लिए आप कोई भी अंक मौखिक रूप से बोल सकते हैं और बच्चे के लिए यह निर्देश देना चाहिए कि वह अंक वह अपनी कॉपी पर अच्छे से उतारे यदि बच्चे ने सही अंक उतारा है। तो वह टेस्ट में पास हो जाता है अन्यथा बच्चों को बार-बार अभ्यास करना चाहिए।

प्रायोगिक तरीकों से गिनती सिखाएं

बहुत सारे बच्चे ऐसे होते हैं जो किताबी ज्ञान को पढ़ना नहीं चाहते। ऐसे बच्चों के ऊपर प्रयोग तरीके का उपयोग करना चाहिए जिससे उन्हें कॉन्सेप्ट आसानी से याद हो जाएं।

और उन्हें किसी भी प्रकार का बर महल महसूस ना हो प्रयोग तरीके में आप विभिन्न एक्सपेरिमेंट करके बच्चे को गिनती सिखा सकते हैं॥ इसके लिए कक्षा में उपस्थित पोस्ट ब्लैक बोर्ड चौक या स्टूडेंट के माध्यम से आप बच्चे को गिनती सिखा सकते हैं।

कक्षा में उपस्थित विभिन्न चार्ट को बच्चों को गिनने के लिए कहना चाहिए या कक्षा में उपस्थित बच्चों को बच्चों को गिन कर बताना चाहिए। और फिर उसे गिरने के लिए कहना चाहिए इस प्रकार प्रयोग तरीके से बच्चे को गिनती सिखाया जा सकती है।

बच्चों को गिनती कैसे पढ़ाते हैं?

बच्चों को गिनती कैसे पढ़ना चाहिए (Baccho ko counting kaise padaaye?इसके विषय में यह जानकारी प्रदान की गई है की सबसे पहले गिनती को बोर्ड पर लिखना चाहिए। फिर एक-एक बच्चे को बुलाकर बोर्ड पर लिखी गई गिनती को रिपीट करवाना चाहिए।

एक शिक्षक की है जिम्मेदारी होती है कि वह बच्चों के समक्ष ऐसे विभिन्न तरीकों का उपयोग करें। जिससे बच्चा बहुत सारी चीजों को आसानी से सीख पाए गिनती सीखने के लिए किताब में भी बहुत सारे तरीके दिए होते हैं। जिसके माध्यम से आप बच्चे को कविताओं के माध्यम से भी गिनती सिखा सकते हैं।

वैसे तो बच्चों को गिनती सिखाना बहुत ही आसान है परंतु गिनती सीखने के लिए उन्हें कुछ वक्त देने की आवश्यकता होती है उसके बाद धीरे-धीरे बच्चे बहुत जल्द ही गिनती बोलना और लिखना सीख जाते हैं।

1 से 100 तक गिनती कैसे सिखाएं ?

1 से 100 तक गिनती सीखने के लिए सबसे पहले बच्चे को 1 से 10 तक की गिनती याद करवानी चाहिए। यदि बच्चा 1 से 10 तक की गिनती याद कर लेता है। तो बच्चे को 1 से 100 तक की गिनती के कांसेप्ट को समझना चाहिए कि वह किस प्रकार 100 तक गिनती आसानी से याद कर सकता है।

और उन्हें लिख सकता है धीरे-धीरे करके बच्चे को गिनतियां के स्तर को बढ़ाना चाहिए। और उसे लिखने का अभ्यास भी करवाना चाहिए जिससे उसे साथ-साथ लिखना और बोलना दोनों आ जाए।

टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ)

Q. बच्चों को गिनती कैसे सीखने में आनंद आता है?

बच्चों को प्रयोग तरीकों से गिनती सीखने में आनंद आता है।

Q. सबसे पहले बच्चे को कितने तक की गिनती याद करनी चाहिए?

सबसे पहले बच्चे को 1 से 10 तक की गिनती याद करनी चाहिए।

Q. बच्चों को गिनती कैसे पढाते हैं?

ब्लैक बोर्ड के माध्यम से बच्चे को गिनती पढ़ना सिखाया जाता है।

Q. 1 से 100 तक बच्चों को गिनती कैसे सिखाई जाती है?

जब बच्चा एक से 10 तक गिनती याद कर ले उसके पश्चात धीरे-धीरे बच्चों को 100 तक गिनती याद करवानी चाहिए।

निष्कर्ष :

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको 3 साल के बच्चों को गिनती कैसे सिखाएं? (Baccho ko counting kaise sikhaye?) के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप नीचे दिए हो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।

हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की जाने वाली जानकारी बिल्कुल ठोस तथा सटीक होती है। यदि आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अवश्य शेयर करें। हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

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