सर्दियों में बच्चों को गर्माहट कैसे दें? 

माता-पिता अपने बच्चों की सेहत का पूरा ध्यान रखते हैं। वह हर प्रयास करते हैं कि उनका बच्चा किसी भी प्रकार की बीमारियों से दूर रहे। चाहे कैसा भी मौसम हो परंतु वह अपने बच्चों को उसे मौसम के दुष्प्रभाव से बचने का प्रयास करते हैं। बच्चे का सबसे ज्यादा बीमार पड़ने का दर्द सर्दियों में होता हैं। सर्दियों में बच्चों को जल्दी ही सर्दी खांसी और बुखार आने लगता है और अक्सर उन्हें जानकारी नहीं होती कि सर्दियों में बच्चों को हम कैसे गर्म (Winters me babies ko garmahat kaise den) रख सकते हैं।

इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको सर्दियों में बच्चों को गर्माहट कैसे(Winters me babies ko garmahat) दें। उसके विषय में जानकारी देंगे। यदि आप भी इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े।

ठंड के दौरान रात में बच्चों को गर्माहट देना

ठंड के मौसम में रात (Winters me babies ko raat me garmahat) में बच्चों को गर्माहट कैसे दे सकते हैं। उसके विषय में नीचे जानकारी प्रदान की गई है। बड़ों की बजाय बच्चों को अपना शरीर का टेंपरेचर को रेगुलेट करने में टाइम लगता हैं। बड़े अपने शरीर के टेंपरेचर को रेगुलेट कर पाते हैं। परंतु यदि छोटे बच्चों को सर्दी लग जाती है तो उसके हाथ पैर बिल्कुल ठंडे पड़ जाते हैं।

सर्दियों में बच्चों को गर्माहट कैसे दें 

 छोटे बच्चों को उनके माता-पिता के द्वारा ही ठंडन में ठंड लगने से बचाया जा सकता हैं। ठंड के मौसम में यदि आप रात में बच्चों को गर्माहट देना चाहते हैं। तो उसको सुलाने से पहले पूरी तरीके से रजाई से उसे कर कर देना चाहिए। शरीर का कोई भी हिस्सा ऐसा ना हो जो खुले में रह जाए।

कुछ लोग अपने बच्चों को बहुत सारे कपड़े पहन कर भी सुला देते हैं परंतु ऐसा नहीं करना चाहिए। ज्यादा लेयरिंग उड़ने से या ज्यादा कपड़ा पहनने से बच्चे की डेथ भी हो सकती हैं।

 इसलिए बच्चों को ज्यादा कपड़े नहीं पहनना चाहिए। परंतु एक रजाई उड़कर और उससे अच्छे से दबाकर बच्चों को सुलाना चाहिए जिससे बच्चों को ठंड भी ना लगे।

रात में बच्चों को गर्माहट देने के लिए क्या करें? 

रात में बच्चों को गर्माहट (Winters me babies ko garmahat ke liye kya kren)देने के लिए हम अपने बच्चों को ज्यादा कपड़े पहन सकते हैं। या उसके कमरे का टेंपरेचर को एडजस्ट करके उसे गर्म रखने का प्रयास कर सकते हैं। इसके अलावा बच्चों को गर्माहट देने के और क्या-क्या उपाय हैं। उसके विषय में नीचे जानकारी प्रदान की गई है।

  • बच्चों के कमरे का तापमान हमेशा 20 20 डिग्री का होना चाहिए। यदि इससे कम तापमान है तो बच्चे को ठंड लग सकती है।
  • यदि आप अपने बच्चों को पूरी रात गम रखना चाहते हैं तो आप उसे रात में स्लिप सूट पहन सकते हैं स्लिप सूट बच्चे के पैरों तक को ढक देता हैं। और उसके पूरे शरीर को गर्म रखने में मदद करता हैं।
  • यदि आपके बच्चे का कमरा ठंडा रहता है तो स्लिप सूट के नीचे आप उसे ग्राम बिरयानी बना सकते हैं।
  • आपको अपने बच्चों को ठंड में हमेशा मॉइश्चराइजर लगाना चाहिए। मॉइश्चराइजर दूध या क्रीम से बना होना चाहिए सर्दियों में बच्चे बहुत ज्यादा कपड़े पहनते हैं। जिस कारण उनकी स्किन ड्राई हो जाती हैं। और ज्यादा कपड़े पहनने के कारण बच्चे के शरीर में खुजली हो सकती हैं। इसलिए मॉइश्चराइजर को अच्छी तरह लगाना चाहिए।
  • यदि आपका कैमरा बहुत ज्यादा ठंड है तो आपको अपनी खिड़की और दरवाजे बिल्कुल बंद रखना चाहिए। इसके अलावा आप कमरे में रूम मी का उपयोग कर सकते हैं।
  •  रूम हीटर के माध्यम से कमरे को गर्म रखने में मदद मिलती हैं। रूम हीटर के अलावा आप ह्यूमिडिफायर का उपयोग भी कर सकते हैं।
  • यदि आपको महसूस हो रहा है कि आपके बच्चे को कपड़े पहनने के बाद उसके लिए स्लिप सूट के ऊपर एक पतला सा ब्लैंकेट उड़कर बच्चों को सुला सकते हैं।
  • यदि आपका बच्चा ब्लैंकेट होना पसंद नहीं करता हैं। तो आप उसे मुझे पहन कर भी सुना सकते हैं मुझे पहन कर सुलाने से बच्चा पूरी तरीके से गर्म रहेगा।
  • बच्चों को सुलाने से पहले यदि आप बच्चों के सोने वाले बिस्तर पर गर्म पानी की वोटर रख देंगे। तो बच्चे का ठंडा बिस्तर गर्म हो जाएगा।और बच्चों को लेटने से पहले ठंड महसूस नहीं होगा।
  • बच्चों के लिए सेफ्टी टिप्स के रूप में आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए। कि बच्चों के सर को कभी भी नहीं रखना चाहिए। बच्चों के सर को ढकने से बच्चों के सिर में ओवरहीटिंग हो सकती है और उसे सांस लेने में तकलीफ भी हो सकते हैं।
  • सोते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि बच्चों को चेक करते रहे उसे पसीना तो नहीं आ रहा। या फिर बच्चों को सांस लेने में तकलीफ तो नहीं हो रही।

घर से बाहर बच्चों को गर्माहट देने के लिए क्या करना चाहिए? 

यदि आप घर से बाहर बच्चों (Winters ki raat me babies ko garmahat)को ले जा रहे हैं। तो आप बच्चे को गर्माहट देने के लिए क्या-क्या कर सकते हैं। उसके विषय में नीचे जानकारी प्रदान की गई है।

  • ठंड में यदि आप अपने बच्चों को घर से बाहर लेकर जा रहे हैं। तो गरमाहट को रोकने के लिए सबसे पहले बच्चे को एक पतली शर्ट पहना है। 
  • उसके ऊपर से एक हाफ शर्ट और उसके बाद एक फुल शर्ट बच्चों को पहननी चाहिए। यदि बाहर बहुत ज्यादा ठंड है तो आप अपने बच्चों को स्नो सूट पहन कर भी भेज सकते हैं।
  • बच्चों को हमेशा सॉफ्ट फैब्रिक के कपड़े पहनना चाहिए। जिससे उसे सांस लेने में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।
  • बच्चों के लिए सिर बहुत महत्वपूर्ण होती है सिर बच्चों को ठंडी हवा से बचाती है। यदि बच्चे के कानों में ठंडी हवा लगती है।
  • तो बच्चे को ठंड लग सकती है इसलिए बच्चों को टोपी जरूर पहननी चाहिए।
  • यदि आप अपने बच्चों के शरीर का टेंपरेचर चेक करना चाहते हैं तो आप बच्चे का हाथ पकड़ कर उसके शरीर के टेंपरेचर को देख सकते हैं। यदि बच्चे का शरीर ठंडा है तो आप गर्म विंटेज बना कर बच्चों के शरीर को गर्म कर सकते हैं।
  • इस बात का ध्यान रखें कि बच्चों को ब्लैंकेट और ग्लव्स भी जरूर पहननी चाहिए।
  • बाहर जाते समय बच्चे की कंगारू थेरेपी करना जरूरी होता है। यदि ऐसा कुछ इंतजाम हो सके जिससे बच्चे का कांटेक्ट उसकी मां के शरीर से हो सके तो बच्चे को ठंड बिल्कुल नहीं लगती।

बच्चों को घर से बाहर देर तक ठंड से कैसे सुरक्षित रखें

यदि आप अपने बच्चों को ठंड में (Winters me babies ki suraksha) घर से बाहर ले जा रहे हैं. तो आप उसे कैसे सुरक्षित रख सकते हैं उसके विषय में नीचे जानकारी दी गई है।

  1. आपको अपने बच्चों को इतने कपड़े पहनना चाहिए। जिससे कपड़े में वह कंफर्टेबल हो और कपड़ों को वह एडजस्ट कर सके यदि बच्चे कपड़े को एडजस्ट नहीं कर पाते हैं। तो वह अनकंफरटेबल हो जाते हैं।
  2. ठंड में बाहर ले जाते समय इस बात को सुनिश्चित करना चाहिए कि अंदर बच्चे को गर्म हाई नेक पहना हैं। जिससे उसकी शरीर की गर्माहट बाहर ना जा सके इसके अलावा बच्चों को कॉटन की शर्ट और उसके ऊपर से जैकेट मीटिंग भी पहन सकते हैं।
  3. बच्चों को ग्राम सॉक्स भी पहनना चाहिए यदि बाहर ज्यादा ठंड लग रही है तो आप ब्लैंकेट से बने कपड़े भी बच्चे को पहन सकते हैं।
  4. आपको अपने बच्चों को करियर में लेना चाहिए जिससे ठंड के मौसम में उसे ठंड ना लगे और ज्यादा गर्माहट और कोजनेस महसूस हो।
  5. बाहर ले जाते समय ज्यादातर लोग अपने बच्चों को स्ट्रॉलर में ले लेते हैं। स्ट्रॉलर में बच्चों को हवा लगने का खतरा होता है इसलिए इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि स्ट्रॉलर में ज्यादा देर तक बच्चों को नहीं रखना चाहिए।
  6. इसके अलावा बच्चों को पूरी तरीके से कपड़े पहना है जिससे बच्चों को किसी भी तरीके से हवा प्रभावित न कर सके।

ठंड में बच्चों की रूखी त्वचा होने से कैसे बचाएं

सर्दियों के मौसम में हवा बहुत (Winters me babies ki dry skin) शुष्क होती हैं। जिसके कारण हमारे शरीर की त्वचा बिल्कुल ड्राई हो जाती हैं।

 यदि हम अपने शरीर पर मॉइश्चराइजर का उपयोग नहीं करते तो हमारी त्वचा बिल्कुल बेजान दिखाई देने लगते हैं। ठंड में बच्चों की रूखी त्वचा को कैसे ठीक किया जा सकता हैं। उसके विषय में नीचे जानकारी प्रदान की गई है।

  1. र्दियों के मौसम में पानी कम पीने की वजह से बच्चों के शरीर में पानी सूख भी सकता हैं। इसलिए सर्दियों के मौसम में रोज-रोज बच्चों को नहीं लगना चाहिए।
  2. यदि आप जब भी नहला रहे हैं तो बच्चे को गुनगुने पानी से नहलाएं और ज्यादा देर तक उसे बात तब में ना रखें।
  3. बहुत सारी स्टडीज से यह पता चला है कि बच्चों को बहुत सारे साबुन से एलर्जी हो सकते हैं। यदि ऐसा है तो आप बहुत माइल्ड क्लींजर का बच्चों के शरीर पर उपयोग करें।
  4. बच्चे को बिल्कुल खुशबू रहित साबुन से नहलाना चाहिए इसमें किसी प्रकार के एलर्जिक इन्फेक्शन नहीं होते।
  5. बच्चों को नहलाने के बाद आपको अपने बच्चे को हाइपर एलर्जिक बेबी लॉस लोशन से मॉइश्चराइज करना चाहिए।इस मॉइश्चराइजर के उपयोग से उसकी रूखी त्वचा बिल्कुल मुलायम हो जाएगी।
  6. घर से निकलने से पहले आपको अपने बच्चों के चेहरे और होठों पर मॉइश्चराइजिंग क्रीम लगानी चाहिए। यह आपके बच्चे के चेहरे को रूखी त्वचा से बचाता है।

सर्दियों में बच्चों की सुरक्षा से संबंधित ध्यान देने योग्य बातें

छोटे बच्चों को बहुत ज्यादा (Winters me babies ki suraksha)जल्दी ठंड लग जाती हैं। मैं आपको बात नहीं सकते कि उन्हें ठंड लग रही है या गर्मी इसलिए माता-पिता को खुद ही इस बात का ध्यान देना चाहिए। कि उनके बच्चे को कभी भी किसी प्रकार की सुविधा महसूस ना हो।

 यदि मौसम ठंडा है तो उन्हें बच्चों को गर्म कपड़े पहनना चाहिए और मौसम गर्म हैं। तो ठंडा स्थान पर बच्चों को रखना चाहिए। सर्दियों के मौसम में बच्चों की सुरक्षा किस प्रकार की जा सकती हैं।उसके विषय में नीचे जानकारी प्रदान की गई हैं।

  • आप अपने बच्चों को बहुत ज्यादा कपड़े पहन कर और उड़कर ना रखें। इसके अलावा आप हीटर को बच्चों के आसपास ना रखें।
  • यदि ज्यादा गर्माहट हो गई तो बच्चे को ओवरहीटिंग हो सकती हैं। और इसके कारण उसके शरीर में दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।
  • आपको अपने बच्चों को बहुत ज्यादा कपड़े नहीं पहनना चाहिए। यदि आप अपने बच्चों के शरीर में बहुत ज्यादा कपड़े पहनते हैं तो उसे सांस लेने में समस्या का सामना करना पड़ सकता हैं।
  • इसके अलावा बच्चों के गले में स्कार्फ नहीं बांधना चाहिए। क्योंकि इस स्कार्फ टाइट हो सकता हैं। इस स्कार्फ के स्थान पर गले को हवा से बचने के लिए आप केनोपी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • कभी भी बच्चे को बहुत ज्यादा भारी ब्लैंकेट नहीं उड़ाना चाहिए। भारी ब्लैंकेट उड़ने से बच्चे को इधर-उधर हिले में परेशानी हो सकती हैं।जिसकी वजह से उसे घुटन महसूस होती है इसलिए बच्चों को हल्का ब्लैंकेट उड़ाना चाहिए।
  • बच्चों को बहुत ज्यादा लेयर्स में कपड़े पहनना नुकसानदायक होता हैं। यदि बाहर मौसम बहुत ज्यादा ठंड है। तो आप अपने बच्चों को किसी कोसी और गर्म स्थान पर ले जाकर सुला सकते हैं।परंतु जरूरत के अनुसार बच्चों को हर समय बहुत ज्यादा कपड़ों की लायर्स में नहीं रखें।
  • यदि कहीं पर भी आपके बच्चे के शरीर में ठंड के लक्षण दिखाई दे रहे हैं। तो आप उसकी उसे रूखी त्वचा पर गले गर्म कपड़े को लगे। और उसके बाद उसे ब्लैंकेट से उड़ा दे इस प्रकार उसे ठंडी स्थान को गर्म होने में मदद मिलती है।
  • बच्चों को ऐसे स्थान पर सुलाना चाहिए। जहां पर हर चीज बिल्कुल सेट हो बच्चे के लिए ऐसे कमरे का चुनाव करें। यहां पर हीटर रखने की जगह बिल्कुल सटीक हो क्योंकि यदि हीटर बच्चों के कांटेक्ट में आ जाता है।
  • तो उसके शरीर में जलन हो सकती है या हीटर से कार्बन मोनोऑक्साइड भी निकाल सकती है। जो बच्चे को परेशानी पैदा कर सकती है।
  • आप बच्चे को उड़ाने के लिए जिस भी मैट्रेस का उपयोग कर रहे हैं। उसे पर इस बात का ध्यान रखें कि वह हल्की या पतली ना हो इसमें ठंड से प्रोटेक्शन भी ज्यादा नहीं हो पाती।इसके अलावा इसमें हवा भर जाने के कारण बच्चों को ठंड लगने का खतरा रहता है।
  • जब तक बच्चे 2 साल के ना हो जाए तब तक बच्चों के लिए इलेक्ट्रिक ब्लांकेट का उपयोग नहीं करना चाहिए। यह बच्चों के लिए नुकसानदायक होता है। क्योंकि बच्चे ज्यादा छोटे होते हैं और उसे रेगुलेट करने में बच्चों को परेशानी हो सकती है।

टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ) 

Q. सर्दियों के मौसम में हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

सर्दियों के मौसम में हमें बच्चों को ठंड से बचने की आवश्यकता होती है उसे हमेशा गर्म कपड़े पहनना चाहिए।

Q. बच्चों को हमें किस हिसाब से लेयरिंग में कपड़े पहनना चाहिए?

हमें कभी भी बच्चे को ज्यादा लेयरिंग में कपड़े नहीं पहनना चाहिए इससे बच्चों को अनकंफरटेबल महसूस हो सकता है

Q. बच्चों को उड़ाने के लिए किस प्रकार के ब्लैंकेट का उपयोग करें? 

बच्चों को उड़ाने के लिए ज्यादा मोटे ब्लैंकेट का उपयोग नहीं करना चाहिए इससे बच्चों को घुटन हो सकते हैं।

Q. बच्चों के कमरे को ठंड के मौसम में कितना गम रखना आवश्यक होता है?

बच्चों के कमरे को ठंड के मौसम में 22 से 23 डिग्री ग्राम रखना चाहिए यह बच्चे के लिए गर्म रहने का सही टेंपरेचर है।

निष्कर्ष :

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको सर्दियों में बच्चों को गर्माहट कैसे दें? के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है।यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप कमेंट करके कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की हुई जानकारी बिल्कुल ठोस और सटीक है।अगर आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अवश्य शेयर करें । हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

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