बाहरी लोगों को कब अपने न्यूबॉर्न बेबी को पकड़ने दे? 

माता-पिता के लिए उनके बच्चे बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं। वह चाहते हैं कि उनके बच्चे बिल्कुल साफ एवं स्वस्थ रहे अक्सर छोटे बच्चों को बहुत सारे लोग खिलाने का प्रयास करते हैं और उन्हें बार-बार छूते हैं। बाहरी लोगों का ज्यादा छोटे बच्चों को छूना सेफ नहीं होता। परंतु हमें बाहरी लोगों को कब अपने न्यूबॉर्न बेबी को पकड़ने देना चाहिए और कब यह उनके लिए सुरक्षित होता है (Newborn baby ki safety) उसके विषय में हमें अक्सर जानकारी नहीं होती।

इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बाहरी लोगों को कब अपने न्यूबॉर्न (Newborn baby ki safety ki jankari) बेबी को पकड़ने दे उसके विषय में जानकारी देंगे। यदि आप भी इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े।

बाहरी लोगों को पकड़ने देने से पहले ध्यान देने योग्य बातें

यदि कोई बाहर का व्यक्ति (Newborn baby ki safety me dhyan dene yogya baatein)आपके बच्चे को छू रहा है तो आपको क्या बातें ध्यान रखनी चाहिए।उसके विषय में नीचे जानकारी प्रदान की गई है।

बाहरी लोगों को कब अपने न्यूबॉर्न बेबी को पकड़ने दे 
  • यदि आपके बच्चे को कोई बाहरी व्यक्ति छू रहा है तो आपको इस बात का विशेष ध्यान देना चाहिए कि उन्होंने अपने हाथों को अच्छे से धुला हो या अच्छी तरीके से सेनीटाइज किया हो। छोटे बच्चों की इम्युनिटी बहुत ज्यादा कमजोर होती हैं।
  • यदि किसी भी प्रकार का बैक्टीरिया वायरस और इनफैक्ट कर जाता है तो बच्चे बहुत जल्दी बीमार पड़ जाते हैं। इसलिए किसी भी भारी व्यक्ति के छूने से पहले उनके हाथों को सही प्रकार से धोना आवश्यक होता हैं।हाथों के द्वारा बैक्टीरिया वायरस बच्चों के शरीर के अंदर प्रवेश कर सकते हैं और उसे बीमार कर सकते हैं।
  • समाज में बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो स्मोक करना पसंद करते हैं। यदि कोई भी ऐसा व्यक्ति है जो स्मोक करता हैं। ऐसे व्यक्ति को कम से कम स्मोक करने के आधे घंटे बाद तक बच्चों को गोद में नहीं उठाना चाहिए।
  • स्मोकिंग के पार्टिकल्स व्यक्ति के शरीर से बच्चों के शरीर में लगा सकते हैं। और सांस के द्वारा यदि वह बच्चों के शरीर के अंदर प्रवेश कर जाते हैं तो उसे बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं।इसलिए माता-पिता को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि थाई हैंड स्मोक फर्स्ट एंड सेकंड हैंड स्मोक से ज्यादा खतरनाक होती है।
  • यदि आपके पास कोई ऐसा व्यक्ति है जो बीमार है और आपके बच्चे को गोद में उठाना चाहता है तो आपको ऐसा करवाने से बचना चाहिए। माता-पिता को इस विषय में पहले ही जानकारी होनी चाहिए कि किसी भी बीमार व्यक्ति के गोद में अपने बच्चों को देने से बचना चाहिए।यदि व्यक्ति के अंदर जो संक्रमण है वह खने या सीखने के कारण बच्चों के शरीर के अंदर प्रवेश कर जाता हैं। तो बच्चा भी उसे संक्रमण से पीड़ित हो सकता है। और ज्यादा बीमार पड़ सकता है इसलिए जो लोग ख़ास रहे हैं या ठीक रहे हैं।
  • ऐसे लोगों से अपने बच्चों को दूर रखना चाहिए और ऐसे लोगों के गोद में अपने बच्चों को नहीं देना चाहिए।
  • बाहरी लोगों को अपने बच्चों को बहुत करीब से चमन नहीं देना चाहिए। बहुत सारे लोग ऐसे होते हैं जो न्यू बोर्न बेबी को देखने आते हैं और अपने हाथों को सेनीटाइज किए बिना उसे छूने लगते हैं या उसे लिप्स पर या गाल पर चूमने का प्रयास करते हैं।माता को इस बात का विशेष ध्यान देना चाहिए क्योंकि थ्रॉट में बहुत सारे व्यक्ति है और वायरस पाए जाते हैं। यदि थ्रॉट के व्यक्ति और वायरस बच्चों के पास जाने से उसे इनफैक्ट कर देते हैं तो बच्चा बीमार पड़ सकता हैं। थ्रॉट में प्रजेंट बैक्टीरिया और वायरस बच्चों को कम इंपैक्ट कर जाते हैं उसके विषय में हमें जानकारी भी प्राप्त नहीं हो पाती।
  • न्यूबॉर्न बेबी को किस प्रकार चीजों से एलर्जी है। उसके विषय में पेरेंट्स को अभी जानकारी नहीं होती जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता जाता है। इसकी एलर्जी रिएक्शंस के बारे में माता-पिता को जानकारी प्राप्त होती रहती है।रिश्तेदारी में बहुत सारे लोग न्यू वर्ड बच्चे से मिलने आते हैं और बहुत हैवी परफ्यूम का उपयोग कर सकते हैं। माता-पिता को यह जानकारी होनी चाहिए और मिलने वाले को सतर्क करना चाहिए।कि जब भी आप बच्चे से मिलने आए तो ज्यादा हैवी परफ्यूम का इस्तेमाल न करें। इससे बच्चों को एलर्जी रिएक्शंस का सामना करना पड़ सकता है।
  • यदि आपने अपने बच्चों को किसी व्यक्ति के गोद में खिलाने के लिए दिया है और वह रोना शुरू कर देता है तो आपको तुरंत ही अपने बच्चों को वापस ले लेना चाहिए। बच्चा अपनी परेशानी को रोकर व्यक्त करने का प्रयास करता है।हो सकता है कि बच्चों का डायपर गीला हो गया हो और उसे बदलने की आवश्यकता हो या फिर बच्चों को भूख लगी हो और भूख के कारण उसे फीडिंग करने की आवश्यकता हो इसकी वजह से वह रो रहा है।
  • इसके अलावा किसी अनजान व्यक्ति की गोद में जाकर भी बच्चे को अच्छा नहीं लगता और वह अपनी मां की गोद में आकर शांतना लेने का प्रयास करता है।
  • जैसे ही किसी अनजान व्यक्ति की गोद में जाकर बच्चा रो माता को तुरंत अपने बच्चों को वापस ले लेना चाहिए।
  • बहुत सारे लोग कामकाजी होते हैं। कामकाज के कारण उन्हें अपने बच्चों के पालन पोषण में बहुत ज्यादा समस्या का सामना करना पड़ता है और ज्यादा देर के लिए वह अपने बच्चों को किसी दूसरे व्यक्ति के हाथों में दे देते हैं। परंतु हो सके तो माता को ऐसा नहीं करना चाहिए। उन्हें अपने बच्चों को खुद ही खिलाने का प्रयास करना चाहिए। यदि ज्यादा देर तक हम अपने बच्चों को किसी दूसरे के हाथ में दे देते हैं तो बच्चा ज्यादा उत्तेजित हो जाता है।

बाहरी लोगों से अपने बच्चों से दूर रहने के लिए विनम्रता से कहे

कई बार अपने बच्चों को गोद में ना खिलाने देने के लिए माता-पिता बाहरी लोगों को मना करते हैं और वह लोग नाराज हो जाते हैं। हमें ऐसे कैसे तरीके अपनाने चाहिए।

जिससे यदि हम बाहरी लोगों से अपने बच्चों को दूर रखने का प्रयास करें और वह नाराज भी ना हो उसके विषय में नीचे जानकारी प्रदान की गई है।

1. सोशल मीडिया पर पोस्ट करें :

आजकल सोशल मीडिया का जमाना है। सारे लोग सोशल मीडिया के माध्यम से एक दूसरे से जुड़े होते हैं और एक दूसरे के विषय में इनफार्मेशन सोशल मीडिया के द्वारा प्राप्त करते हैं।

 आप सोशल मीडिया पर एक विनम्रता पूर्वक पोस्ट डालकर लोगों को यह जानकारी दे सकते हैं कि उनके बच्चे को मिलने से पहले बाहरी लोगों को या रिश्तेदारों को क्या-क्या चीजों को अपनाना आवश्यक हैं।

 लोग अपने आप ही उसे पोस्ट को पढ़कर आपके बच्चे से मिलने से पहले वह सारी सावधानियां अपने का प्रयास करेंगे।

2. बच्चों को स्लिंग में कैरी करें :

माता-पिता को अपने बच्चों को स्लिंग करियर में लेना चाहिए। छोटे बच्चों के लिए मार्केट में स्लिंग करियर उपलब्ध होते हैं। स्लिंग करियर में लेने से बच्चा माता-पिता के शरीर से चिपका रहता है और उसे हाथों से लेने की आवश्यकता नहीं होती।

 यदि आप पब्लिक प्लेस में भी अपने बच्चों को इसी प्रकार के सीलिंग करियर में लेते हैं। तो कोई भी आपके बच्चे को गोद में उठाने का प्रयास नहीं करेगा और ना ही उसे हाथों से चुने का प्रयास करेगा। बच्चों को लोगों से दूर रखने का यह सबसे बेहतर उपाय है।

3. एक लिस्ट बनाएं :

भारी लोगों के लिए आपको एक लिस्ट तैयार करनी चाहिए। इस लिस्ट पर आपके बच्चे से मिलने से पहले क्या-क्या सावधानियां बाहरी लोगों पर रखनी है। उसके विषय में सारी जानकारी प्रदान करनी चाहिए।

 इस लिस्ट को आपको अपने दरवाजे के गेट पर या अन्य एंट्रेंस गेट पर लगा देना चाहिए। जिससे बाहरी लोगों के आने से पहले उन्हें वह लिस्ट दिखाई दे और वह खुद ब खुद उसे लिस्ट को अच्छे तरीके से पढ़ ले।

 यदि पहले ही रिश्तेदारों या बाहरी लोगों को उसके विषय में जानकारी प्राप्त हो जाएगी तो वह सतर्कता पूर्वक उसको फॉलो करने का प्रयास करेंगे। और उन्हें पूरी जानकारी हो जाएगी।

4. बाहरी लोगों को विनम्रता पूर्वक ना करें :

यदि आपका कोई रिश्तेदार या मिलने वाला कहीं बाहर से आया है और आपके बच्चे को छूना चाहता है। परंतु उसने अपने हाथों को सेनीटाइज नहीं किया है तो आप विनम्रता पूर्वक अपने रिश्तेदार को समझ सकते हैं।

 कि यदि आप ऐसे ही गंदे हाथों से बच्चे को छू लेंगे तो उसके बीमार होने या शंकर मत होने का खतरा हो सकता है। आप उन्हें समझाएं कि पहले आप अपने हाथों को सेनीटाइज कर ले।

 उसके बाद आप नवजात को अच्छी तरीके से खिला सकते हैं। यदि आप प्रेम पूर्वक अपने रिश्तेदार को समझने का प्रयास करेंगे। तो वह अवश्य समझेंगे और दोबारा आपके बच्चे को गोद में लेने से पहले सारी बातों का ध्यान रखेंगे।

बाहरी लोगों को हमने अपने बच्चों को कितनी उम्र के बाद देना शुरू करना चाहिए? 

वैसे तो बाहरी लोगों को अपने बच्चों को देने की कोई फिक्स उम्र नहीं बताई गई है। परंतु जब तक बच्चों का इम्यून सिस्टम मजबूत नहीं हो जाता। और रोगों से लड़ने की उसकी क्षमता विकसित नहीं हो जाती तब तक हमें अपने बच्चों के प्रति प्रिकॉशन लेने की आवश्यकता होती है।

जब तक हमारा बच्चा 2 वर्ष का नहीं हो जाता तब तक वह अपने बच्चों को दूसरे या बाहरी व्यक्तियों से थोड़ा बचा कर रखना चाहिए। जब बच्चा 2 वर्ष का हो जाता हैं।

 तब उसकी रोगों से लड़ने की क्षमता भी विकसित हो जाती हैं। इसलिए 2 वर्ष के बाद ही हमें अपने बच्चों को किसी बाहरी व्यक्ति को देना शुरू करना चाहिए। इससे पहले हमें सारे प्रकार के प्रकाशंस लेने आवश्यक है।

टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ) 

Q. बाहरी लोगों को अपने बच्चों को खिलाने को क्यों नहीं देना चाहिए? 

बाहरी लोगों के हाथ गंदे हो सकते हैं जिसके कारण बच्चा संक्रमण का शिकार हो सकता है इसलिए ऐसा नहीं करना चाहिए।

Q. बच्चों की उम्र कितनी हो जाए तब तक बाहरी लोगों को सेफ्टी प्रिकॉशंस के बाद ही बच्चे को देना चाहिए? 

बच्चों का 2 साल का हो जाने तक हमें बच्चों का पूरी तरीके से बाहरी लोगों से ख्याल रखना चाहिए।

Q. बाहरी लोगों को बच्चों को पास से प्रेम क्यों नहीं करने देना चाहिए?

वयस्क व्यक्तियों के गले में बैक्टीरिया या वायरस का संक्रमण हो सकता है जिसके कारण बच्चा भी इस प्रकार की बैक्टीरिया से संक्रमित हो सकता है इसलिए ऐसा नहीं करना चाहिए।

Q. हम बाहरी लोगों से अपने बच्चों को कैसे बचा सकते हैं? 

हम बिहारी लोगों से विनम्रता पूर्वक बनाकर के या सीलिंग में अपने बच्चों को लेकर एक लिस्ट बनाकर या फेसबुक पर पोस्ट डालकर बाहरी लोगों से बचा सकते हैं।

निष्कर्ष :

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको बाहरी लोगों को कब अपने न्यूबॉर्न बेबी को पकड़ने दे? (Newborn baby ki safety) के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है।यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप कमेंट करके कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की हुई जानकारी बिल्कुल ठोस और सटीक है।अगर आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अवश्य शेयर करें । हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

0 thoughts on “बाहरी लोगों को कब अपने न्यूबॉर्न बेबी को पकड़ने दे? ”

Leave a Comment