बच्चों के लिए मशरूम सुरक्षित है या नहीं?

माता-पिता बच्चन के लिए हर पोषक आहार खिलाने का प्रयास करते हैं। वह चाहते हैं कि उनके बच्चे के शरीर में कभी भी पोषक तत्व की कमी ना हो और वह हमेशा स्वस्थ बने रहे। कई बार बच्चे सादा खाना खाने में नखरे करते हैं इसलिए पेरेंट्स होने बहुत सारे ऑप्शन देने की कोशिश करते हैं। जिनमें से एक मशरूम भी है लेकिन पेरेंट्स को अक्सर यह जानकारी नहीं होती की मशरूम बच्चों के (Bacho me mushroom) लिए सुरक्षित है या नहीं। 

इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपके बच्चों के लिए मशरूम सुरक्षित(Bacho me mushroom ki suraksha) है या नहीं। इसके विषय में जानकारी देंगे। यदि आप भी इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े। 

मशरूम क्या है? 

यह जानने से पहले कि हम (mushroom kya hai? )इसको खा सकते हैं या नहीं कि अपने बच्चों को खिला सकते हैं या नहीं। यह जाना ज्यादा आवश्यक है कि मशरूम होता क्या है। मशरूम कोई सब्जी नहीं होती बल्कि यह एक तरीके का फंगस होता है। P यह नमी वाले स्थान पर अपने आप ही रुक जाता है और कार्बनिक पदार्थ को खाकर बड़ा होता है। भारत में मशरूम की बहुत सारी प्रजातियां पाई जाती हैं। बहुत सारे मशरूम अपने आप ही रुक जाते हैं और कई मशरूम को कलर करके उगाया जाता हैं। मशरूम को ठंड के दिनों में ज्यादा अच्छी तरीके से उगाने में मदद मिलती है। 

मशरूम बच्चों के लिए सेफ है या नहीं? 

यह जानने के बाद की मशरूम(Bacho ko mushroom safe hai ya nhi) ) क्या होता है हमें यह अंदाजा लग गया होगा की मशरूम हमारे बच्चे के लिए बिलकुल सेफ होता है। यदि आप अपने बच्चों को मशरूम खिलाना चाहते हैं तो मशरूम बच्चों के लिए बिलकुल सेफ होता है।

 बहुत सारे ग्रॉसरी स्टोर्स में मशरूम आसानी से उपलब्ध होता है। इसमें बहुत सारे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं जो बच्चे के शरीर में पोषक तत्वों की पूर्ति करने में मदद करते हैं। मशरूम मैं सेलेनियम विटामिन सी विटामिन डी डाइटरी फाइबर प्रोटीन  मिनरल्स आदि चीज पाई जाती हैं। मशरूम में पोटेशियम की मात्रा बहुत ज्यादा होती है मशरूम में केले से भी ज्यादा पोटेशियम पाया जाता है। 

बेबी को मशरूम खिलाते समय इन बातों का ध्यान रखें

हम अपने बच्चों के लिए मशरूम (Bacho ko mushroom khilate samay dhyan dene yogya baten)खिलाते हैं वह सेफ भी होता है। परंतु मशरूम खिलाते समय हमें कुछ सावधानियां बरतनी की आवश्यकता होती है। जिसका हमें ध्यान रखना होता है। इन सावधानियां की जानकारी नीचे पॉइंट्स के माध्यम से प्रदान की गई है। 

  • माता-पिता को मशरूम बच्चों को 6 महीने के बाद ही खिलाना चाहिए। जैसा कि डॉक्टर के द्वारा बताया जाता हैं। कि 6 महीने तक बच्चों को सिर्फ मां का दूध ही पिलाना चाहिए। 
  • शुरुआत में बच्चे का पाचन तंत्र कमजोर होता है जैसे-जैसे वह चीजों को खाता रहता है। धीरे-धीरे उसका पाचन तंत्र विकसित होता रहता है। इसलिए छोटे बच्चों को कभी भी कच्ची मशरूम खिलाने की गलती नहीं करनी चाहिए। 
  • अपने बच्चों को मशरूम खिलाने से पहले एक बार हमें डॉक्टर से बातचीत अवश्य कर लेनी चाहिए। डॉक्टर हमें बता देगा कि मशरूम हमारे बच्चे के लिए कितनी मात्रा में सही है और इसे हम कब-कब बच्चे को खिला सकते हैं। 
  • मशरूम को बनाने से पहले उसे अच्छी तरीके से साफ पानी में धोना आवश्यक होता है। मशरूम को हमें साफ पानी में कई बार धुलना चाहिए। इसके अलावा आप मशरूम को पानी में उबाल भी सकते हैं। 
  • यदि अच्छे तरीके से उबला हुआ मशरूम आप अपने बच्चों को खाने को देंगे तो उसे खाने में दिक्कत नहीं होगी क्योंकि जब बच्चा 1 साल का होता हैं। उसके ज्यादा दांत नहीं निकले होते हैं इसलिए उसे कच्ची मशरूम खाने में परेशानी होती हैं। उबली हुई मशरूम बिल्कुल मुलायम हो जाती है जिसे वह आराम से अपने काम दातों से चबा-चबा कर खा सकता है। 

बच्चे के लिए मशरूम रेसिपी

मशरूम को बनाने के बहुत सारे तरीके (Bacho ke liye mushroom recipe)होते हैं। कई तरीकों से हम बच्चे के लिए स्वादिष्ट मशरूम तैयार कर सकते हैं। मशरूम की कुछ रेसिपीज को नीचे पॉइंट्स के माध्यम से स्पष्ट किया गया है। मशरूम को हम स ए ऑप्शन के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं। मशरूम को हम ग्राइंड करके ग्रिल करके या उबालकर खा सकते हैं। बड़ों के लिए मशरूम बनाने की बहुत सारी रेसिपीज होती हैं। परंतु बच्चों के लिए हेल्दी मशरूम बनाने के लिए कुछ ही रेसिपीज काम आती हैं जिसे नीचे बताया गया है। 

  • मशरूम को पकाने के लिए सबसे पहले मक्खन में या जैतून के तेल में आप अच्छी तरीके से मशरूम को पकाए उसके बाद गार्लिक लहसुन आदि का पेस्ट बना ले इस पेस्ट को सबसे पहले तेल में अच्छी तरीके से भूल लेना चाहिए। इसके बाद मशरूम को इस पेस्ट में डालकर अच्छी तरीके से इसकी ग्रेवी तैयार कर लेनी चाहिए और पोटैटो या दूसरे हरी सब्जियों को भी इसमें मिक्स कर लेना चाहिए। इसको ज्यादा तीखा नहीं रखना चाहिए और ऐसा ही बच्चे को खाने के लिए देना चाहिए। 
  • बच्चों को आलू बहुत पसंद होते हैं। यदि किसी भी रेसिपी में ज्यादा तीखा नहीं पड़ा होता तो वह उसे बड़ा चाव से खाना पसंद करते हैं। इसलिए आप मशरूम के साथ आलू मिक्स करके भी मशरूम को बच्चों के लिए बना सकते हैं। इसमें मसाले का प्रयोग बिल्कुल हल्का होना चाहिए ऐसा ही बच्चे को आप खाने के लिए दे सकते है। 
  • बहुत सारे तरीकों से बच्चे को मशरूम खाने के लिए दिया जा सकता हैं। राइस मटर और मशरूम को मिलाकर आप अपने बच्चों को एक पुलाव की तरह बनाकर खाने के लिए दे सकते हैं। इसके अलावा ऐसे बहुत सारी रेसिपीज होती हैं जिसमें मशरूम को ऐड कर लिया जाता है। और उसे बच्चों को खाने के लिए दिया जा सकता है। 
  • जब बच्चे छोटे होते हैं उनके दांत ठीक से नहीं आ पाए तो उन्हें सॉलिड चीज खाने में दिक्कत हो सकती है। इसलिए मशरूम का सूप भी बनाकर बच्चों को खिलाया जा सकता हैं। सो बच्चा आराम से खा सकता है और शुभ बहुत स्वादिष्ट भी होता है इसलिए बच्चों को आप सूप बनाकर पिला सकते हैं इसमें पोषक तत्वों की मात्रा भी ज्यादा होती है। 

मशरूम के फायदे

भोजन चाहे कोई भी हो उसको खाने (Bacho me mushroom ke fayde)के कुछ ना कुछ फायदे तो होते ही हैं। ऐसे ही मशरूम हैं। मशरूम को खाने के भी बहुत सारे फायदे हैं आईए जानते हैं कि मशरूम खाने से हमें क्या-क्या फायदे प्राप्त होते हैं। 

  • हमारे शरीर में आयरन की जरूर ज्यादा पड़ती है बच्चों का शरीर विकासशील होता है। उसमें नए-नए सेल्स का निर्माण होता रहता हैं। मशरूम में आयरन पाया जाता है जो बच्चे की सेल्स को विकसित करने में और उसे नया बनाने में मदद करता है। इसलिए हमें मशरूम को अवश्य खाना चाहिए। जिससे हमारे शरीर में ज्यादा से ज्यादा आयरन प्राप्त हो और बच्चा अच्छी तरीके से डेवलप हो। 
  • बच्चों का इम्यून सिस्टम बहुत कमजोर होता हैं। जैसे-जैसे वह बड़ा होता जाता है धीरे-धीरे उसका इम्यून सिस्टम मजबूत होता जाता है। मशरूम बच्चों के इम्यून सिस्टम को विकसित करने में और उसे मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण रोल निभाता हैं। इसलिए यदि आप अपने बच्चों के इम्यून सिस्टम आपको मजबूत करना चाहते हैं तो उसे मशरूम खिला सकते हैं। 
  • बच्चों की बढ़ती उम्र में उसे हेल्दी रखने के हर उपागम की आवश्यकता होती है। बच्चों के बाहरी स्वास्थ्य और अंदरूनी स्वास्थ्य दोनों को स्वस्थ रखना जरूरी होता हैं।
  • मशरूम में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो बच्चे की शारीरिक त्वचा को मेंटेन करने में और उसे बीमारियों से बचाने में बहुत मदद करते हैं। 
  • जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते हैं बच्चे की हड्डियों का भी विकास तेजी से होता है। हड्डियों के विकास के लिए कैल्शियम भारी मात्रा में पाई जाती हैं। जिन बच्चों के शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाती है। उन बच्चों की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं जो थोड़ा सा भी चोट लगने पर टूट जाती हैं। यदि आप अपने बच्चों के शरीर में कैल्शियम की पूर्ति करना चाहते हैं तो उसे मशरूम खिला सकते हैं। मशरूम में कैल्शियम भारी मात्रा में पाया जाता है जो शरीर में कैल्शियम की पूर्ति करने में मदद करता है। 
  • यदि आप मशरूम को थोड़ी ही मात्रा में अपने बच्चों को खिलाएंगे तो उसका पेट तुरंत भर जाता है। इसलिए मशरूम को हमें अपने बच्चों को थोड़ी मात्रा में लगातार खिलाते रहना चाहिए।
  • यह बच्चे के मेटाबॉलिज्म में और उसके पेट को ठीक करने में मदद करता है। 

मशरूम खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान

कुछ लोग मशरूम को नया-नया खरीदने हैं। उन्हें यह मालूम नहीं होता कि हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। मशरूम को खरीदते समय हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। उसके विषय में नीचे पॉइंट्स के माध्यम से जानकारी दी गई है। 

  • मशरूम खरीदते समय हमें वाइल्ड मशरूम का चयन नहीं करना चाहिए। बाय मशरूम बच्चों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। हमें हमेशा देशी मशरूम का चयन करना चाहिए। 
  • मार्केट से हमें हमेशा ताजा मशरूम ही खरीदना चाहिए ताजी मशरूम की पहचान यह है कि वह दिखने में बिल्कुल सफेद होता है। और उसमें किसी प्रकार का पीलापन नजर नहीं आता।
  • यदि देखने में बिल्कुल सफेद मशरूम है तो उसकी यह पहचान है कि यह बिल्कुल फ्रेश मशरूम है। 
  • मशरूम को बनाने से पहले उसे अच्छी तरीके से अंदर लेना चाहिए या फिर उसे आप ज्यादा सॉफ्ट करना चाहते हैं। तो पानी में उबाल सकते हैं।उसके बाद ही मशरूम को बनाना चाहिए जिससे वह अच्छी तरीके से क्लीन हो जाए। 
  • मशरूम में यदि आपको कोई डैमेज पार्ट दिख रहा है तो उसे तुरंत उसमें से हटा देना चाहिए। डैमेज पार्ट वाली मशरूम को बनाना नहीं चाहिए। 
  • मशरूम को कई दिनों तक फ्रिज में नहीं रखना चाहिए। यदि आप ज्यादा दिन तक उसे फ्रिज में रखते हैं तब भी वह खराब हो जाती है।
  • फ्रिज में रखने की वजह आप ताजा मशरूम बनाना है प्रेफर कर सकते हैं ताजी मशरूम ज्यादा हेल्दी होती है और ज्यादा पोषक तत्वों से भरपूर होती है। 

टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ) 

Q. मशरूम किस प्रकार का भोजन पदार्थ है? 

मशरूम एक प्रकार की फंगी होती हैं। जो कार्बनिक पदार्थ को खाकर बड़ी होती है इसके बहुत सारे प्रकार भारत में पाए जाते हैं। 

Q. मशरूम में कौन-कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं? 

मशरूम में भारी मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें पोटेशियम कैल्शियम विटामिन प्रोटीन मिनरल्स सभी तरह के पोषण पाए जाते हैं। 

Q. मार्केट से हमें कैसे मशरूम खरीदनी चाहिए? 

मार्केट से हमें डैमेज मशरूम नहीं करेंगे चाहिए। बिल्कुल ताजी मशरूम खरीदने चाहिए।

Q. कितने उम्र के बच्चों को हमें मशरूम खिलाना शुरू करना चाहिए? 

जो बच्चे 6 महीने का हो जाते हैं और ठोस पदार्थ खाने शुरू कर देते हैं। उन्हें मशरूम खिलाया जा सकता है।

निष्कर्ष :

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको बच्चों के लिए मशरूम सुरक्षित है या नहीं? (Bacho me mushroom ki safety)के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप कमेंट करके कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की हुई जानकारी बिल्कुल ठोस और सटीक है ।अगर आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अवश्य शेयर करें । हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

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