गर्भावस्था में शकरकंद खाने के फायदे स्वास्थ्य और लाभ

गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। उन्हें हर पोषक तत्व देने का प्रयास किया जाता है जिससे उनके एवं उनके अंदर पाल रहे गर्भ में किसी भी तरीके की समस्या का सामना न करना पड़े और वह दोनों पूरी तरीके से स्वस्थ रहें। गर्भावस्था में गर्भवती महिलाओं को शकरकंद खाने का मन होता है परंतु शकरकंद खाने के क्या फायदे हैं (Sweet potato ke fayde) इसके विषय में अक्सर उन्हें जानकारी नहीं होती। 

इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको गर्भावस्था में शकरकंद खाने के फायदे (Sweet potato khane ke fayde) के विषय में जानकारी देंगे। यदि आप भी इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े। 

शकरकंद क्या है? 

शकरकंद को अंग्रेजी में स्वीट (Sweet potato kya hai? )पोटैटो के नाम से जाना जाता है। यह एक प्रकार का पोषक तत्वों से भरपूर मीठी सब्जी होती है जिसे उबालकर खाया जाता है। यह खाने में बहुत ज्यादा स्वादिष्ट होती है। 

गर्भवती महिलाओं को शकरकंद खिलाने से उनके शरीर में बहुत सारे पोषक तत्वों की पूर्ति होती है। शकरकंद में विटामिन बी कंपलेक्स आयरन विटामिन सी फास्फोरस आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं। जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। 

क्या गर्भावस्था के दौरान शकरकंद खाना सुरक्षित है? 

अभी मान जाओ गर्भावस्था के दौरान(Sweet potato khane ki suraksha) शकरकंद खाना गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित होता है। शकरकंद में बहुत सारे पोषक तत्व जैसे विटामिन ए वॉलेट आयरन कैल्शियम फैट एनर्जी आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं।

 जो बच्चे और मन दोनों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी विकसित करने में मदद करते हैं। शकरकंद में पाए जाने वाले पोषक तत्व भ्रूण के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसलिए डॉक्टर के द्वारा भी गर्भवती महिलाओं को शकरकंद खाने की सलाह दी जाती हैं।

 शकरकंद रेटिनोल ब्रांडिंग प्रोटीन को सुधारने में भी मदद करता है जो शरीर के अंदर उपस्थित होती है जो विटामिन ए को लीवर और अन्य टिशूज तक पहुंचने में मदद करती है। 

इन सबके अलावा शकरकंद का अधिक सेवन शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए डॉक्टर के परामर्श के बाद इसको लिमिटेड मात्रा में सेवन करना चाहिए। 

शकरकंद में पोषक तत्व

शकरकंद में बहुत सारे पोषक तत्व(Sweet potato ke poshak tatva) पाए जाते हैं। इसके विषय में नीचे जानकारी प्रदान की गई है। विटामिन ए, विटामिन B6, विटामिन सी, विटामिन ए, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, मिनरल्स, फैट, शुगर, कैल्शियम आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम, जिंक कॉपर, सेलेनियम, राइबोफ्लेविन, निकोटिन प्ले कोलन आदि पोषक तत्व भारी मात्रा में पाए जाते हैं। 

प्रेगनेंसी में शकरकंद खाने के फायदे

प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला (Sweet potato ke fayde)के शकरकंद खाने के क्या-क्या फायदे हो सकते हैं।इस विषय में नीचे जानकारी प्रदान की गई है। 

1.प्रेगनेंसी में शकरकंद खाने से भ्रूण में विकास :

प्रेगनेंसी के दौरान यदि गर्भवती महिला शकरकंद खाती है तो उसके भ्रूण का विकास तेजी से होता हैं। गर्भवती महिलाओं के लिए विटामिन ए बहुत महत्वपूर्ण होता है। डॉक्टर  के द्वारा गर्भवती महिलाओं को विटामिन ए खान की सलाह दी जाती हैं।

 डॉक्टर के द्वारा यह बताया गया है कि गर्भवती महिला को 1 दिन में कब से कम 800 एमजी विटामिन ए की आवश्यकता होती है। क्योंकि यह बच्चे के लिवर फेफड़े गुर्दे आदि अंगों के विकास में मदद करता हैं। इसलिए गर्भवती महिलाओं को यह सलाह दी जाती है कि उन्हें रोजाना आधा कप में किया हुआ। शकरकंद अवश्य खाना चाहिए। शकरकंद खाने से कभी भी शरीर में पोषक तत्वों में कमी नहीं आएगी और भ्रूण को किसी भी तरीके की कमी का एहसास नहीं होगा। 

2.गर्भावस्था में शकरकंद खाने से मेटाबॉलिज्म में मदद :

गर्भावस्था के दौरान अक्सर महिलाओं में देखा गया है कि उन्हें कब्ज की समस्या होती हैं। गर्भवती महिलाओं को अक्सर पेट ठीक ना रहने की समस्या बहुत सारी महिलाओं में देखी जाती हैं। शकरकंद महिलाओं की कब्ज की समस्या और मेटाबॉलिज्म को ठीक करने में मदद करता हैं।

 इसमें ऐसे बहुत सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाते हैं और डाइजेस्टिव सिस्टम भी अच्छा रखते हैं। शकरकंद में फाइबर पाया जाता है यह फाइबर विटामिन ए का अच्छा स्रोत होता हैं। जो पेट को ठीक करने में और कब्ज को कम करने में मदद करता हैं।

 प्रेग्नेंट महिलाओं को अपने रोजाना क्रियो में काम से कम 30 ग्राम फाइबर लेने की आवश्यकता होती हैं। इसके लिए यह जरूरी है कि आप एक कप शकरकंद रोज ले। 

3.भ्रूण के मस्तिष्क विकास के लिए खाए शकरकंद :

गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाएं जो भी खाती हैं। उसका सीधा प्रभाव उनके बच्चे के स्वास्थ्य है और उसके विकास पर पड़ता हैं। इसलिए गर्भवती महिलाओं को ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए।

 जो उनके बच्चे के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हो शकरकंद में ऐसे बहुत सारे पोषक तत्व हैं। जो बच्चे के दिमागी विकास में उसकी मदद कर सकते हैं। बच्चे के दिमाग का विकास उसके मन के भ्रूण के अंदर ही होता हैं। जितना अधिक पोषक तत्वों से भरपूर मां भोजन ग्रहण कर लेती है उतना ही तेज बच्चे का दिमाग बन जाता हैं।

 इसलिए गर्भवती महिला को अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती हैं। स्वीट पोटैटो में विटामिन B6 या पैराडॉक्सिन पाया जाता है जो बच्चे के दिमागी विकास को तेज करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं। इसके अलावा अक्सर गर्भवती महिलाओं में मॉर्निंग सिकनेस देखने को मिलती हैं। इसी मॉर्निंग सिकनेस को कम करने में भी पैराडॉक्सिन बहुत मदद करता है। 

4.भ्रूण के अस्थि विकास में शकरकंद खाने के फायदे :

गर्भ में पाल रहे भ्रूण के अस्त ही के विकास में शकरकंद बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं। शकरकंद में मैग्नीशियम फाइबर आयरन पाया जाता है जो भ्रूण के हड्डियों के विकास में बहुत मदद करता हैं।

 हड्डियों को मजबूत बनाने का और उसको फॉर्म करने का सबसे महत्वपूर्ण रोल कैल्शियम का होता हैं। कैल्शियम की पूर्ति जितनी ज्यादा गर्व के अंदर बच्चे को होगी उतना ही मजबूत बच्चों की हड्डियां बनेगी इसलिए शकरकंद में कैल्शियम पाया जाता हैं।

 यदि आप रोजाना नियमित रूप से कैल्शियम का सेवन करते रहेंगे। तो बच्चे को कैल्शियम भरपूर मात्रा में प्राप्त होगा और उसकी हड्डियों का विकास भी अच्छी तरीके से होगा। गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला को प्रतिदिन 90 ग्राम विटामिन सी लेने की आवश्यकता होती है। जो हड्डियों के विकास में महत्वपूर्ण रोल अदा करता है। 

5.भ्रूण के अंग निर्माण में महत्वपूर्ण :

गर्भावस्था के दौरान धीरे-धीरे भ्रूण का विकास होता है। धीरे-धीरे उसके विभिन्न अंगों का निर्माण होता रहता है इसलिए गर्भवती महिला को भरपूर मात्रा में पोषक तत्व खिलाए जाते हैं। जिससे उसके खुद के शरीर में और उसके भ्रूण के शरीर में पूरी तरीके से पोषण मिलता रहे।

 और बच्चे के शरीर के अंगों का निर्माण अच्छी तरीके से होता रहे इसलिए शकरकंद बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होती हैं। शकरकंद में फाइबर पाया जाता है और इसके अलावा बहुत सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं। जो अच्छे तरीके से भ्रूण के अंगों के निर्माण में मदद करते हैं।

 इसलिए यदि नियमित मात्रा में गर्भवती महिला को शकरकंद खिलाया जाता है तो यह उनके बच्चे के विकास में और महिला की खुद की गर्भावस्था के विकास में बहुत महत्वपूर्ण होता है। 

प्रेगनेंसी में शकरकंद खाने के सुरक्षित तरीके

प्रेगनेंसी में हम शकरकंद को किन (Sweet potato khane ke tarike)प्रकारों के माध्यम से खा सकते हैं। यह क्या-क्या वह तरीके हैं जिससे सुरक्षित रूप से इसे खाया जा सकता है। उसके विषय में नीचे जानकारी प्रदान की गई है। 

शकरकंद को अच्छे तरीके से उबालकर खाया जा सकता हैं। इसको आप पानी में भी उबाल सकते हैं या फिर डायरेक्ट इसको गैस पर भी उबालकर खाया जा सकता है। 

उबले हुए शकरकंद को आप खाने में सलाद के रूप में भी खा सकते हैं। बहुत सारे लोग ऐसे होते हैं जिन्हें शकरकंद का स्वाद अच्छा नहीं लगता तो वह इसे खाने के साथ भी ग्रहण कर सकते हैं।

शकरकंद को आप छोटे-छोटे पीस इसमें काटकर और उसे पर नमक लगाकर भी खा सकते हैं। शकरकंद के पोषक तत्वों को पूरी तरीके से ग्रहण करने के लिए यह सबसे अच्छा तरीका होता है। यदि आपको शकरकंद का स्वाद बहुत बुरा लगता हैं। और आपको इसे आसानी से खाने में दिक्कत आती है तो आप इसके बिस्किट तैयार कर सकते हैं। शकरकंद के बिस्किट को आसानी से तैयार किया जा सकता है और आसानी से आपसे खा सकते हैं। 

शकरकंद को खाने के लिए सावधानियां

शकरकंद को खाने के दौरान (Sweet potato khane me savdhani) गर्भवती महिला को किन-किन सावधानियां को बरतना चाहिए। उसके विषय में नीचे जानकारी प्रदान की गई हैं। यह फायदेमंद होने के साथ-साथ नुकसानदायक भी हो सकती हैं।

  • शकरकंद को हमेशा दुलकर ही खाने का प्रयास करना चाहिए। शकरकंद को खाने से पहले उसे अच्छी तरीके से धोने और अच्छी तरीके से उबाल ले। 
  • शकरकंद को उबालने से पहले आपको यह चेक कर लेना चाहिए कि यह कहीं पर भी सड़ा गला तो नहीं है।
  • यदि इसके सादे होने के निशान आपको देखते हैं तो उसे तुरंत काट कर अलग कर देना चाहिए। 
  • शकरकंद को उबलते समय या काट कर बैक करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कहीं उसमें गंदी बदबू तो नहीं आ रही। 
  • यदि वह बिल्कुल अच्छा महक रहा है तभी उसे उबालकर खाना चाहिए गंदे या सड़े गले चीजों को कभी भी नहीं उबाल चाहिए। 
  • इसको हमें बिल्कुल आराम से खाना चाहिए क्योंकि यह गले में अटक भी सकता है। 

गर्भावस्था के दौरान शकरकंद खाने के नुकसान

गर्भावस्था के दौरान यदि (Sweet potato khane ke nuksan) हम ज्यादा मात्रा में शकरकंद खा लेते हैं। यह हमारे बॉडी में कोई डिसबैलेंस होता है जिसके कारण शकरकंद खाने के नुकसान भी हो जाते हैं। नीचे आपको इसके कुछ नुकसानों के विषय में जानकारी प्रदान की गई है। 

  • अधिक शकरकंद खाने से बच्चों के शरीर में हाइपर विटामिन व से हो सकता है। जिसके कारण बच्चों के शरीर में बहुत सारे बेकार उत्पन्न हो सकते हैं।
  • जैसे कि उसका लीवर खराब हो सकता है। शारीरिक दोष समय पूर्व प्रशव मृत बच्चों का जन्म आदि दुष्प्रभाव बच्चों के अंदर देखने को मिल सकते हैं। 
  • शकरकंद में एक खास तरह का मीठा पदार्थ माननिटोल पाया जाता हैं। जो शकरकंद को मीठा करने में मदद करता है। इसकी वजह से बच्चे को पेट दर्द या गैस की समस्या हो सकती है। 
  • स्वीट पोटैटो में भारी मात्रा में ऑक्सलेट पाए जाते हैं। जो की गुर्दे की पथरी और पित्त की थैली का निर्माण करने का कारण बनते हैं। 
  • जिन महिलाओं को डायबिटीज की समस्या है या जिनका वजन ज्यादा बढ़ा हुआ हैं। उन्हें शकरकंद का सेवन नहीं करना चाहिए। डायबिटीज से पीड़ित होने वाली महिला में इंसुलिन रेगुलेट नहीं कर पाता जिसके कारण उन्हें मीठा खाना वर्जित होता है। और मीठा खाने से वजन में भी तेजी से वृद्धि होती है। इसलिए ऐसी महिलाओं को शकरकंद का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए। 

टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ) 

Q. शकरकंद को मीठा करने के लिए उसमें क्या पाया जाता है? 

शकरकंद को मीठा करने के लिए उसमें मानिटोल भारी मात्रा में पाया जाता है। 

Q. गर्भवती महिलाओं को शकरकंद का सेवन क्यों करना चाहिए? 

गर्भवती महिलाओं के भ्रूण को विकास करने में उसका शारीरिक एवं मानसिक विकास करने में शकरकंद महत्वपूर्ण है। 

Q. गर्भवती महिला को 1 महीने में कितने ग्राम विटामिन सी की आवश्यकता होती है? 

गर्भवती महिला को एक महीने में 90 ग्राम विटामिन की आवश्यकता होती है। 

Q. शकरकंद के और क्या-क्या फायदे होते हैं? 

शकरकंद मेटाबॉलिज्म में हेल्प करता है और गर्भवती महिला के शरीर में पोषक तत्वों की पूर्ति करता है। 

निष्कर्ष :

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको गर्भावस्था में शकरकंद खाने के फायदे (Sweet potato ke fayde)के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप कमेंट करके कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की हुई जानकारी बिल्कुल ठोस और सटीक है ।अगर आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अवश्य शेयर करें । हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

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