क्या गर्भावस्था में तुलसी पत्ती का सेवन सुरक्षित है? | Pregnancy me tulsi ka sevan

गर्भावस्था में तुलसी के पेट खाना चाहिए। इस बात से हम पूरी तरह स्पष्ट नहीं है की तुलसी के पत्ते गर्भ गर्भावस्था में हमें फायदा देगा। तुलसी के पत्ते को लेकर कुछ प्रमाण उपलब्ध नहीं है , लेकिन कुछ रिसर्च के बाद यह माना गया है। कि गर्भाशय में तुलसी का पत्ता हमें फायदेमंद हुआ है गर्भावस्था में तुलसी का प्रयोग सुरक्षित है या नहीं (pregnancy me tulsi)इसके विषय में अक्सर हमें जानकारी नहीं होती।

इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको क्या गर्भावस्था में तुलसी पत्ती का सेवन सुरक्षित (pregnancy me tulsi ki suraksha)है के के विषय में बताएंगे। यदि आप इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े।

गर्भवती महिलाओं को क्या करना चाहिए? 

अगर कोई मिस्त्री गर्भवती है (pregnancy me kya karen )तो वह सबसे पहले डॉक्टर की सलाह ले कि उसे क्या खाना चाहिए क्या नहीं कुछ भी खाने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह लेना बहुत ही महत्वपूर्ण है। क्योंकि हम कुछ भी कहते हैं।

क्या गर्भावस्था में तुलसी पत्ती का सेवन सुरक्षित है Pregnancy me tulsi ka sevan

 कभी-कभी हमें वह शूट नहीं करता हैं। इस वजह से हमें दिक्कत भी हो सकती है इसलिए जो भी हम खाएं या किसी के बताए द्वारा खाए जाने वाली चीज को अगर हम खा रहे हैं। तो हमें एक बार अपने डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए।

 तुलसी के पत्ते खाने से डिलीवरी के टाइम हमारी ब्लीडिंग बढ़ सकती है या फिर ऑपरेशन के बाद हमारी ब्लीडिंग बढ़ सकती है। क्योंकि तुलसी के पत्ता हमारे ब्लड  के थक्के बनने की प्रक्रिया को धीमा कर देता है। इस वजह से हमें ब्लीडिंग में दिक्कत हो सकती है। 

अगर हम तुलसी का पेट का सेवन कर भी रहे हैं तो हमें यह करना चाहिए कि ऑपरेशन से पहले हमें तुलसी के पत्ते के सेवन करना बंद कर देना चाहिए। जिससे हमारे आने वाले टाइम में हमें दिक्कत ना हो नॉर्मल डिलीवरी में हमें यही सलाह देनी चाहिए।

 कि डिलीवरी के टाइम तक कम से कम दो सप्ताह पहले तुलसी की पट्टी खाना बंद कर दें इसमें मूल धारा मैं टांके लगने की संभावना हो सकती है।

तुलसी का सेवन करना बहुत ही लाभदायक होता है क्योंकि ऐसी कई सी बीमारियां हैं। जिसके लिए यह बहुत ही उपयोगी माना गया हैं। इसलिए हमारे रिश्तेदार या दोस्तों से आप कई बड़े बात सुनते हैं कि हमें तुलसी का सेवन करना चाहिए।

क्योंकि ऐसा माना जाता हैंकि हमारे ब्लड शुगर को निरंतरित करती है कॉलिस्टर काम करती हैं। प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है यहां तक की कंसेशन में राहत देती है। तुलसी की पट्टी हमें बुखार में बहुत रहा देती है। अगर आपका बुखार पुराना हो क्या आपको बुखार से राहत नहीं मिल रही हो तो आप तुलसी का पट्टी सुबह-सुबह खाली पेट खाने से आपको काफी राहत मिलेगी।

यदि आप सर्दी जुकाम से काफी परेशान है तो आप चाय बनाते समय तुलसी यात्रा डालकर उसकी चाय बनाकर पिए तो आपको काफी राहत मिलेगी। ऐसी अवस्था में आप अन्य घरेलू उपाय भी अपना सकते हैं

तुलसी के पत्ते के फायदे

तुलसी के पेट में भरपूर विटामिन (pregnancy me tulsi ke fayde)होती हैं। प्रेगनेंसी में आपके पेट में पर रहे बच्चे को पूर्ण रूप से सेफ  करता हैं। विटामिन के रूप में ब्लड कलाडबनता है जो की ब्लड लॉस का खतरा कम करता हैं।

 इसके साथ-साथ प्रेग्नेंट महिला के लिए ब्लड की बहुत ही आवश्यकता होती हैं। तो उसी का सेवन करने से शरीर में  ब्लड सप्लाई बढ़ती है जिसे बच्चे के विकास में मदद मिलती हैं।

1.अतिरिक्त खून बनाने में मददगार

तुलसी में मौजूद फालेट शरीर में अधिक खून बनाने में मदद करता हैं। इसकी प्रेगनेंसी के दौरान काफी जरूरत होती है अगर बनने वाली मां के शरीर में ब्लड की कमी हो जाए तो यह बच्चे और मन दोनों के लिए बहुत ही खतरनाक साबित हो जाता हैं।

 कभी-कभी इस वजह से जान भी चली जाती है इसलिए तुलसी का पत्ता यहां ज्यादा फायदेमंद हो सकता हैं। क्योंकि तुलसी का पत्ता खून बढ़ाने में सहायक होता हैं।

2.एनीमिया होने से तुलसी रुकती है

तुलसी के पेट आयरन का भी बेहतरीन सोर्स है और आयरन के सेवन से खून में खून में हीमोग्लोबिन का स्रोत और बढ़ जाता हैं। रेड ब्लड सेल्स की संख्या बढ़ती है जिसकी प्रेगनेंसी में बहुत ही ज्यादा आवश्यकता होती हैं।

 लिया जा प्रेगनेंसी में तुलसी खाने से एनीमिया  खतरा काफी कम हो जाता हैं। साथ ही साथ तुलसी के पत्ते से काफी एनर्जी मिलती है जिससे हमें तक थकान पैदा नहीं होती हैं। इसलिए तुलसी का पत्ता हमें काफी जरूरी लगता हैं।

3.इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार

तुलसी में विटामिन ई विटामिन सी राइबोफ्लेविन नियासिन और कई दूसरे विटामिन भी पाए जाते हैं। साथ ही साथ इसमें फास्फोरस जिंक मैग्नीशियम कॉपर आदि विटामिन पाए जाते हैं। जिस वजह से तुलसी हमारी ह्यूमैनिटी यानी की बीमारियों से लड़ने की क्षमता को मजबूत करता हैं।

 प्रेगनेंसी के दौरान किसी भी इंफेक्शन से बचाने ह्यूमैनिटी बढ़ाने में मदद करता हैं। तुलसी जिससे प्रेगनेंसी हेल्दी रहती है और हमारे अंदर पर रहा बच्चा भी सुरक्षित रहता हैं।

तुलसी खाने के नुकसान 

तुलसी खाने के क्या-क्या नुकसान (pregnancy me tulsi ke nuksaan)हो सकते हैं। उसके विषय में नीचे जानकारी प्रदान की गई हैं। आप यह जानकारी प्राप्त करके पता लगा सकते हैं कि तुलसी क्यों नहीं खानी चाहिए।

1.गर्भाशय में सुकडन भी हो सकती है

तुलसी के सेवन करने से कई बार हमारे गर्भाशय में शुक्रण और मरोड़ आने लगती हैं। परंतु इस मामले में हमें पूरी तरह कोई भी जानकारी सामने नहीं आई है। गर्भाशय की स्थिति में होने पर हमें ज्यादा तुलसी का सेवन नहीं करना चाहिए।

 यदि हम ज्यादा तुलसी का सेवन करते हैं तो हमारे गर्भाशय में शुक्राणु पैदा हो सकती हैं। जिसके कारण हमारे बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है।

 उसके ग्रंथ में कमी आ सकती है इसलिए तुलसी का सामान गर्भ धारण करने पर ज्यादा नहीं करना चाहिए। शायद  इसी वजह से डॉक्टर हमें तुलसी का सेवन करने से मना करते हैं।

2.शुगर लेवल होता है कम

अगर हम तुलसी का अधिक मात्रा में सेवन कर लेते हैं तो यह हमारे लिए घातक हो सकता है। क्योंकि अगर हम तुलसी का सेवन ज्यादा करते हैं। तो हमारे शरीर में शुगर लेवल कम हो जाती है। जिस वजह से हमें चक्कर आ सकते हैं। यदि आपको को शुगर लेवल की समस्या है तो हमें आपको कभी भी ज्यादा चलती नहीं खानी चाहिए।

 को से शुगर लेवल वाले और ज्यादा काम तुलसी कहते हैं तो तुलसी शुगर का लेवल और ज्यादा काम कर देती हैं। इसलिए इंसुलिन के कारण होने वाली समस्या वाले व्यक्तियों को तुलसी का सेवन कम से काम करना चाहिए।

 इरिटेशन हो सकती है घबराहट भी महसूस हो सकती है इसलिए हमें अधिक मात्रा में तुलसी का सेवन नहीं करना चाहिए जिस वजह से हमें कोई भी परेशानी हो।

3.सेहत से जुड़ी समस्याएं हो सकते हैं

तुलसी में यूजिनॉल होता है इस वजह से हार्ट रेट बढ़ सकता है। हमारे मुंह में छाले हो सकते हैं। हमें चक्कर आ सकते हैं घबराहट भी महसूस हो सकती हैं। तुलसी का सेवन करने से पहले हमें इस बात की जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए।

 कि हमें तुलसी से किसी प्रकार की एलर्जी तो नहीं है। यदि हमें तुलसी से एलर्जी है तो हमें सेहत संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं। तुलसी की शुरुआत करने से पहले इसे थोड़ा खाने के बाद कुछ दिन इंतजार करनी चाहिए।

 इसके बाद यदि इसके कोई प्रतिकूल प्रभाव सेहत पर नहीं मिलते तो इसका दोबारा सेवन करना सेफ होता है। शायद इसी वजह से डॉक्टर गर्भवती महिलाओं को तुलसी का सेवन करने से  माना करते हैं।

टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ) 

Q.तुलसी के क्या क्या फायदे होते है?

तुलसी एक बहुत अच्छा औषधि है तुलसी का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता है।

Q. तुलसी को भारत में कैसा माना जाता है?

तुलसी को भारत में पूजनीय माना जाता है।

Q. एनीमिया से बचने के लिए क्या मददगार है?

एनीमिया से बचने के लिए तुलसी बहुत मददगार होती है।

Q. क्या तुलसी के नुकसान भी होते हैं?

गर्भवती महिलाओं के लिए तुलसी के बहुत सारे नुकसान भी हो सकते हैं।

निष्कर्ष :

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको क्या गर्भावस्था में तुलसी पत्ती का सेवन सुरक्षित है (pregnancy me tulsi) के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है।यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो कमेंट बॉक्स में जाकर कमेंट  कर कर पूछ सकते हैं।

हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की हुई जानकारी बिल्कुल ठोस और सटीक है। अगर आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो तो आप इसे अवश्य शेयर करें। हमारा आर्टिकल पूरा पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद

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