बच्चों का रंग गोरा कैसे करें? कुछ घरेलू उपाय

हर माता-पिता यह चाहते हैं कि उनके बच्चे देखने में बहुत ज्यादा सुंदर हो यदि उनके बच्चे देखने में अधिक सुंदर नहीं होते तो अलग-अलग तरीके के उपाय करके वह उन्हें सुंदर दिखने का प्रयास करते हैं। सुंदर बच्चे सभी को पसंद होते हैं कई बार सुंदर त्वचा वाले या गोरी त्वचा वाले बच्चों के चाहत रखने वाले पेरेंट्स अपने बच्चों का रंग गोरा करना चाहते हैं। परंतु वह उसका रंग गोरा कैसे करें (Baby ka rang gora kaise kare?)उसके विषय में उन्हें जानकारी नहीं होती। 

इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपके बच्चे का रंग गोरा करने के घरेलू उपाय  (Baby ka rang gora kaise karne ke gharelu upay)के विषय में बताएंगे। यदि आप भी सोशल में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े। 

त्वचा का रंग काला क्यों होता है? 

अक्सर माय अपने बच्चों की  (Baby ka rang kala kyun hota hai?)त्वचा के रंग को लेकर चिंतित रहती हैं। कई बार ऐसा होता है कि जब बच्चा जन्म लेता है तब उसका रंग बहुत अच्छा गोरा होता है और बच्चा देखने में भी बहुत सुंदर लगता है। परंतु जैसे-जैसे वह बड़ा होता जाता है बच्चे का रंग काला पड़ता जाता है। 

बच्चों का रंग गोरा कैसे करें कुछ घरेलू उपाय

जन्म के तुरंत बाद बच्चे का रंग गोरा होना उसके एनवायरनमेंट के कारण भी होता हैं। बच्चा 9 महीने तक अपनी मां के गर्भ में रहकर आता है जिसके कारण बच्चों के रंग पर उसे गर्व का प्रभाव पड़ता हैं। परंतु जैसे ही बच्चे का जन्म हो जाता हैं। एनवायरनमेंट के इफेक्ट के कारण भी बच्चा काला पड़ जाता हैं।

 बचपन में बच्चों के शरीर के अंदर मेलानिन पिगमेंट ज्यादा बनने लगता हैं। जिसका प्रभाव बच्चों के रंग पर पड़ता है और बच्चा कल दिखाई देने लगता हैं। जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता जाता है। उसके चेहरे का रंग भी साफ होता जाता है क्योंकि उसके शरीर में मिलने प्रेग्नेंट क्यों उत्पत्ति होना कम होती रहती है। 

बच्चों का रंग गोरा करने के घरेलू टिप्स

अक्सर बहुत सारे घरेलू  (Baby ka rang gora karne ke gharelu upay)टिप्स पेरेंट्स के द्वारा बनाए जाते हैं जिसके माध्यम से वह अपने बच्चों के रंग को गोरा कर सकते हैं। बच्चों के रंग को गोरा करने के कुछ घरेलू टिप्स के विषय में हमने भी आपको नीचे जानकारी प्रदान की है। 

1. नारियल तेल की मालिश करें :

माता-पिता को बच्चों के शरीर पर नारियल के तेल की मालिश करनी चाहिए। बच्चों के लिए नारियल का तेल बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। यह हमारे चेहरे को गोरा करने के अलावा उसे पर उत्पन्न होने वाले बहुत सारे इन्फेक्शन को करने में मदद करता हैं।

 और हमारी कोमल त्वचा को विभिन्न तरीके की बीमारियों और फुंसियों से बचाता हैं। यदि हमारे चेहरे पर इंफेक्शन नहीं होगा। तो हमारे चेहरे पर दाने नहीं होंगे जिससे हमारा चेहरा बिल्कुल साफ दिखाई देगा। 

2. गुनगुने पानी और दूध से बच्चे को नहलाये :

बच्चा बहुत छोटा होता है इसलिए उसकी स्किन बहुत ज्यादा सेंसिटिव होती हैं। बच्चों की त्वचा का ख्याल रखना हमें बहुत ज्यादा जरूरी होता हैं। यदि हम बच्चे की त्वचा का ठीक से ख्याल नहीं रखेंगे तो उसमें संवेदनशीलता आ सकती हैं।

 इसलिए बच्चों को नहलाने के लिए हमें ना तो ज्यादा गर्म पानी का इस्तेमाल करना चाहिए और ना ही बहुत ज्यादा ठंडा पानी का इस्तेमाल करना चाहिए। यदि हम ऐसा करते हैं तो उसके दुष्प्रभाव बच्चों की स्क्रीन पर देखने को मिल सकते हैं।

 हमें हमेशा बच्चों को गुनगुने पानी से नहलाना चाहिए। पेरेंट्स को बच्चों को नहलाने से पहले हाथ से पानी का टेंपरेचर चेक कर लेना चाहिए। बच्चों को नहलाने से पहले बच्चे के पूरे शरीर पर कच्चे दूध से अच्छी तरीके से मालिश करनी चाहिए।

 दूध में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो बच्चे को गोरा करने में मदद करते हैं। उसके थोड़ी देर के बाद आप अपने बच्चों को अच्छी तरीके से गुनगुना पानी से नहला सकते हैं। ऐसा करने से बच्चों की त्वचा भी सुरक्षित रहेगी और बच्चों का रंग भी गोरा हो जाएगा। 

3. बच्चे के लिए बेसन और दूध उबटन :

बच्चों के चेहरे को गोरा करने के लिए आप बस एन का फेस पैक बनाकर इस्तेमाल कर सकते हैं। यह फेस पैक नवजात बच्चे को के ऊपर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। यह फेस पैक बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होता हैं।

 बेसन को चेहरे पर लगाने से चेहरे पर जमा हुई सभी प्रकार की गंदगी आराम से चढ़ जाती है और यह चेहरे पर निखार लाने में भी मदद करती है। बेसन में दूध या दही को मिलकर हमें अपने चेहरे पर लगाना चाहिए।

 दूध में ऐसे गुदकारी तत्व पाए जाते हैं जो चेहरे के रंग को गोरा करने में मदद करते हैं। हमें सप्ताह में एक बार इस बेसन के फेस पैक का इस्तेमाल अवश्य करना चाहिए। 

4. बच्चों के रंग को गोरा करने के लिए मॉइश्चराइजर :

बच्चों के रंग को गोरा करने के लिए आप मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल कर सकते हैं। मॉइश्चराइजर चेहरे को हेल्दी बनाने में मदद करता है और चेहरे के रंग को भी गोरा करता हैं। हमें मॉइश्चराइजर विटामिन सी का लेना चाहिए।

 विटामिन सी के मॉइश्चराइजर बहुत ज्यादा उपयोगी होते हैं और हमारे चेहरे के रंग को साफ करते हैं। मॉइश्चराइजर का सबसे ज्यादा कार्य सर्दियों में होता है। सर्दियों में सभी व्यक्तियों की स्किन बहुत ज्यादा ड्राई हो जाती हैं।

 यदि आप अपनी ड्राई स्किन को मॉइश्चराइज करना चाहते हैं तो मॉइश्चराइजर का उपयोग करते रहना चाहिए। हर तीन-चार घंटे के बाद हमें मॉइश्चराइजर अपने चेहरे पर अवश्य लगाना चाहिए। मॉइश्चराइजर से स्किन रोग नहीं होती और चेहरे की स्किन बहुत ज्यादा हेल्दी दिखाई देती है। 

5. साबुन का इस्तेमाल न करें :

छोटे बच्चों के चेहरे पर हमें साबुन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। छोटे बच्चों की स्किन बहुत ज्यादा सॉफ्ट होती है लेकिन साबुन बहुत ज्यादा हार्ड होते हैं। यह चेहरे की सबसे ऊपर ही परत को बिल्कुल हटा देते हैं।

 जिसके कारण बच्चे का चेहरा बिल्कुल ड्राई दिखाई देने लगता है। साबुन के इस्तेमाल करने की जगह आप क्रीम फेस वॉश या दूध का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह चीज भी त्वचा को साफ करने में मदद करती हैं।

 यदि आप सावन का इस्तेमाल करना ही चाहते हैं तो स्पेशली बच्चों के लिए बनाए गए साबुन का इस्तेमाल बच्चों पर करना चाहिए। 

6. बच्चों को धूप से दिन विटामिन डी :

बच्चों को विटामिन डी हमें अवश्य देना चाहिए। विटामिन डी बच्चों के लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होता हैं। यदि शरीर में विटामिन डी नहीं होता तो हमारा शरीर कैल्शियम को अब्जॉर्ब नहीं करता हैं। कैल्शियम की मदद से हमारी हड्डियां बहुत ज्यादा मजबूत होते हैं और यह बच्चे के लिए भी बहुत लाभकारी होता हैं।

 बच्चों के जन्म लेने के पश्चात हम उसे ज्यादा मेडिसिंस तो दे नहीं सकते क्योंकि बच्चे का इम्यून सिस्टम बहुत ज्यादा कमजोर होता हैं। मेडिसिंस बच्चों को नुकसानदायक भी हो सकते हैं इसलिए हम धूप के माध्यम से बच्चे को विटामिन डी दे सकते हैं। 

हमें सुबह की धूप में बच्चों को लेते आना चाहिए सुबह की धूप में विटामिन डी पाया जाता है। सुबह निकलने वाली धूप बहुत ज्यादा तेज नहीं होती। यह बच्चे को गर्माहट प्रदान करती है और उसके शरीर में विटामिन डी की पूर्ति करने में भी मदद करती हैं। विटामिन डी मिलने से बच्चा स्वस्थ रहता है और उसकी हड्डियां भी मजबूत होती है। 

7. फलों का रस पिलाये :

हमें अपने बच्चों को फलों का रस पिलाना चाहिए। फलों का रस बच्चों के स्वास्थ्य के लिए और उसे स्वस्थ बनाए रखने के लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होता हैं। फलों में बहुत सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं।

 यदि ऐसे पोषक तत्व की पूर्ति शरीर के अंदर हो जाती है तो हमारा शरीर बहुत ज्यादा स्वस्थ हो जाता है। और उसका प्रभाव हमारे चेहरे पर भी पड़ता हैं। अंदरुनी रूप से यदि हम स्वस्थ रहते हैं। तो हमारे चेहरे पर उसकी चमक दिखाई पड़ती है और हमारा चेहरा भी चमकदार लगता हैं।

 इस प्रकार से हम बच्चे के साथ भी अच्छी डाइट को फॉलो करके उसके चेहरे को चमकदार और सुंदर बना सकते हैं। बच्चों को हमें फलों का रस जैसे संतरा अनार आम आदि फलों का रस बच्चों को अच्छी मात्रा में पिलाना चाहिए। 

बच्चों का रंग गोरा करने के अन्य उपाय

ऊपर बताएंगे सभी उपाय बच्चों  (Baby ka rang gora karne ke anya upay)के अंदरूनी तौर पर स्वस्थ रखने और उसे बाहरी तौर पर इस्तेमाल करने के कुछ उपाय हैं। इसके अलावा और भी उपाय हैं जिसके माध्यम से आप अपने बच्चों का रंग गोरा कर सकते हैं। इसके विषय में नीचे जानकारी दी गई है। 

  • मार्केट में आजकल रंग को गोरा करने के बहुत सारे बेबी प्रोडक्ट्स भी उपलब्ध है। इनमें बहुत हल्के केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता हैं। जो बच्चे की नाजुक त्वचा के लिए बने होते हैं। इनका इस्तेमाल करके भी बच्चे का रंग गोरा किया जा सकता है। 
  • यदि आप अपने बच्चों को मेकअप करके गोरा करना चाहते हैं तो इसके लिए आप बहुत सारे बेबी प्रोडक्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं मार्केट में ऐसे बहुत सारे बेबी प्रोडक्ट्स उपलब्ध है जिनका इस्तेमाल आप अपने बच्चों के लिए कर सकते हैं और जो बिलकुल सेफ होते हैं। 
  • हमें अपने बच्चों की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। यदि हम अपने बच्चों को साफ सुथरा रखेंगे हां तो हमारा बच्चा गोरा और सुंदर दिखाई देगा।  इसलिए हमें यह प्रयास करते रहना चाहिए कि हम इसकी साफ सफाई का ध्यान दें। 
  • सर्दियों के मौसम में यदि आप बच्चे को नहीं नहला रहे हैं तो उसके स्थान पर आप बच्चे का मुंह हाथ धुल कर उसको तैयार कर सकते हैं। यदि हम कई दिनों तक बच्चे का चेहरा नहीं दुलते हैं। तो उस बच्चे के बीमार पड़ने का भी खतरा रहता है। और उसके चेहरे पर डस्ट जमा हो जाती हैं। जिसके कारण बच्चे का चेहरा काला दिखाई देने लगता है। 
  • पेरेंट्स को अपने बच्चों को धूल मिट्टी से बहुत ज्यादा दूर रखना चाहिए। धूल मिट्टी के संपर्क में आने से बच्चों के चेहरे पर उपस्थित क्षेत्र बंद हो जाते हैं।
  • जिसके कारण उसके शरीर की गंदगी पसीने के माध्यम से बाहर नहीं आ पाती। और उसका चेहरा काला दिखाई देने लगता है। 
  • धूप बच्चों के शरीर में मेलानिन पिगमेंट को बढ़ाने के लिए उत्तरदाई होती हैं। हमें अपने बच्चों को सुबह की धूप में ही लेते आना चाहिए। दोपहर की धूप में हमें अपने बच्चों को धूप में नहीं लेटना चाहिए। इससे बच्चा बहुत ज्यादा काला हो जाता है। 
  • बच्चों की तरह कोमल होने के कारण उनकी त्वचा पर हमें बहुत ज्यादा प्रोडक्ट इस्तेमाल नहीं करनी चाहिए।
  • डॉक्टर के द्वारा प्रिसक्राइब प्रोडक्ट का ही इस्तेमाल हमें बच्चों की त्वचा पर करना चाहिए। 

टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ) 

Q. बच्चों के चेहरे को गोरा करना क्यों आवश्यक है? 

जिन बच्चों का रंग गोरा होता है वह देखने में सुंदर होते हैं इसलिए पेरेंट्स अपने बच्चों को गोरा करना चाहते हैं। 

Q. किन बाहरी उपाय के माध्यम से बच्चे गोरे हो सकते हैं? 

बच्चों के चेहरे पर बेसन का उबटन लगाने से नारियल तेल की मालिश करने से और दूध की मालिश करने से बच्चे गोरे हो जाते हैं। 

Q. किन अंदरुनी उपाय के माध्यम से बच्चे को गोरा किया जा सकता है? 

बच्चों को विभिन्न तरीके के जूस पिलाकर या पौष्टिक चीजों को खिलाकर बच्चों के रंग को गोरा किया जा सकता है। 

Q. धूप से बच्चों के रंग पर क्या प्रभाव पड़ता है? 

अधिक देर तक बच्चों को धूप में रखने से उसका चेहरा काला हो जाता है। 

निष्कर्ष :

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको बच्चों का रंग गोरा करने के घरेलू उपाय (Baby ka rang gora karne ke gharelu upay)के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप कमेंट करके कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की हुई जानकारी बिल्कुल ठोस और सटीक है ।अगर आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अवश्य शेयर करें । हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

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